ग्वालियर में मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात एक दर्दनाक हादसे ने कांवड़ यात्रा के उल्लास को मातम में बदल दिया। शिवपुरी लिंक रोड पर एक तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे चल रहे कांवड़ियों के जत्थे को कुचल दिया। हादसे में चार श्रद्धालुओं की जान चली गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
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कहां और कैसे हुआ हादसा?
- स्थान: आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे (ग्वालियर-शिवपुरी लिंक रोड), शीतला माता मंदिर गेट के पास
- समय: रात करीब 1 बजे
- घटना:
- एक तेज रफ्तार कार का टायर फटने से वाहन बेकाबू हो गया
- सड़क किनारे पैदल चल रहे कांवड़ियों को रौंदते हुए कार पलट गई
- कार झाड़ियों में जा गिरी, मौके पर चीख-पुकार मच गई
चार कांवड़ियों की मौत, कई घायल
- मौके पर तीन की मौत, एक ने अस्पताल में दम तोड़ा
- घायल कांवड़ियों को ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया
- कार सवार भी हुए घायल, एयरबैग खुलने से बची जान
- अस्पताल में मृतकों की पहचान हुई
मृतकों की पहचान
हादसे में जान गंवाने वाले सभी श्रद्धालु ग्वालियर जिले के घाटीगांव के रहने वाले थे। मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई है:
- पूरन बंजारा पुत्र गिरवर सिंह, निवासी सीडना का चक, सिमरिया
- रमेश बंजारा पुत्र नरसिंह बंजारा, निवासी सिमरिया
- दिनेश बंजारा पुत्र बेताल सिंह, निवासी सिमरिया
- धर्मेंद्र उर्फ छोटू, निवासी घाटीगांव
गंगाजल लेकर लौट रहे थे घर
- सभी कांवड़िए भदावना कुंड उटीला से गंगाजल भरकर वापस घाटीगांव लौट रहे थे
- उनकी यात्रा लगभग पूरी हो चुकी थी — सिर्फ 35 किलोमीटर का रास्ता बाकी था
- बुधवार को गंगाजल से महादेव का अभिषेक होना था
पुलिस बल मौके पर, तनाव का माहौल
हादसे के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई। इसलिए:
- कंपू थाना, जनकगंज, माधौगंज सहित कई थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंचा
- शवों को खाई से निकालकर जेएएच ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया
- मामले की जांच जारी है, स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है
🛞 क्या कहती है प्राथमिक जांच?
- पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कार का टायर अचानक फट गया
- इससे वाहन बेकाबू होकर कांवड़ियों की भीड़ में जा घुसा और पलट गया
- एयरबैग खुलने से कार सवारों की जान बच गई, लेकिन श्रद्धालु इसकी चपेट में आ गए
यह हादसा न केवल ग्वालियर बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक चेतावनी है कि धार्मिक यात्राओं के दौरान सुरक्षा के मानक और सड़क पर यातायात व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। श्रद्धालु पैदल यात्रा पर हों, तो उन्हें सुरक्षा घेरे और विशेष ट्रैफिक प्रबंधन मिलना चाहिए ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो।