रिपोर्टर: केशरी नंदन तिवारी
बिना नोटिस 250 श्रमिकों की छंटनी, फैक्ट्री के बाहर फूटा गुस्सा
कवर्धा स्थित लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाने के बाहर बीते एक सप्ताह से धरना-प्रदर्शन जारी है। करीब 250 श्रमिकों को बिना किसी पूर्व सूचना या नोटिस के नौकरी से हटा दिए जाने के विरोध में श्रमिक संघ ने प्रदर्शन तेज कर दिया है।
प्रभावित श्रमिकों का आरोप है कि कारखाना प्रबंधन ने अचानक सभी को कार्य से हटा दिया, जिससे उनके सामने परिवार चलाने का संकट खड़ा हो गया है। यह शक्कर कारखाना उनकी रोज़ी-रोटी का एकमात्र सहारा था।
“प्रबंधन की चुप्पी सबसे ज्यादा दर्दनाक” – श्रमिक संघ
श्रमिकों का कहना है कि छंटनी के बाद अब तक प्रबंधन की ओर से न तो कोई स्पष्टीकरण आया है और न ही कोई संवाद किया गया है। इस व्यवहार से श्रमिकों में भारी नाराजगी है।
धरने पर बैठे एक श्रमिक ने कहा:
“हम पिछले सात दिनों से शांति से बैठे हैं, लेकिन अब तक किसी ने हमारी सुध नहीं ली। अगर जल्द से जल्द हमें वापस नहीं लिया गया, तो हम उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।”
प्रबंधन को सौंपा जाएगा ज्ञापन, मांगे न मानी गईं तो आंदोलन तेज होगा
श्रमिक संघ ने आज फैक्ट्री प्रबंधन के नाम ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया है, जिसमें सभी प्रभावित श्रमिकों को वापस लेने की मांग की गई है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि मांगे नहीं मानी गईं तो प्रदर्शन और तेज किया जाएगा, जिसकी ज़िम्मेदारी पूरी तरह प्रबंधन की होगी।
स्थानीय प्रशासन और सरकार से हस्तक्षेप की मांग
प्रदर्शन कर रहे श्रमिकों ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार से भी हस्तक्षेप की मांग की है ताकि उनका रोजगार वापस दिलाया जा सके और उनके परिवार फिर से सामान्य जीवन जी सकें।