BY: Yoganand Shrivastva
ग्वालियर जिले की पुरानी छावनी थाना क्षेत्र में रहने वाली एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता युवती ने पड़ोसी युवक की मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर फांसी लगाकर जान दे दी। घटना के तीन दिन बाद, जब पीड़िता के परिजन पुलिस अधीक्षक की जनसुनवाई में पहुंचे और पुलिस पर आरोप लगाए, तब जाकर आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
मानसिक उत्पीड़न से तंग आकर उठाया खौफनाक कदम
22 वर्षीय रानी कुशवाह, जो कि गंगा मालनपुर क्षेत्र में आंगनवाड़ी में कार्यरत थीं, शनिवार को काम से लौटने के बाद अपने कमरे में गईं। वह काफी तनाव में थीं। कुछ समय बाद जब उनकी मां उन्हें बुलाने गईं, तो रानी को कमरे में फंदे से लटका पाया। परिवार ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन रविवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
पड़ोसी युवक कर रहा था बदनाम
परिजनों के अनुसार, पड़ोस में रहने वाला मनीष कुशवाह लगातार रानी को परेशान कर रहा था। वह रास्ते में अश्लील टिप्पणियां करता, एडिट किए गए फर्जी फोटो वायरल करता और दोस्तों को दिखाकर युवती की छवि खराब करता था। इससे युवती मानसिक रूप से टूट चुकी थी।
शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं
घटना से 13 दिन पहले रानी और उनकी मां ने थाने में जाकर आरोपी मनीष के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस ने आरोपी को थाने बुलाकर समझौता करवा दिया और मामला वहीं रफा-दफा कर दिया गया। लेकिन इसके बाद भी मनीष ने रानी को परेशान करना नहीं छोड़ा।
जनसुनवाई में उठी आवाज, तब जाकर दर्ज हुआ केस
मंगलवार को रानी के परिजन जनसुनवाई में पहुंचे और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। मृतका के मामा सोनू कुशवाह ने बताया कि पुलिस न केवल आरोपी को बचा रही है बल्कि पीड़ित परिवार को भी थाने में अपमानित कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ लोग राजीनामा के लिए दबाव बना रहे थे।
परिजनों के आरोपों और जनसुनवाई के बाद पुलिस ने हरकत में आते हुए पोस्टमार्टम रिपोर्ट एकत्र की और देर रात मनीष कुशवाह के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया। फिलहाल आरोपी फरार है और उसकी तलाश जारी है।