कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता को लेकर विरोध-प्रदर्शन पिछले एक हफ्ते से ज्यादा समय से जारी है। जिसकी वजह से इसका सीधा असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहा है। कोलकाता, दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़ समेत सभी प्रमुख शहरों में बड़े सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर्स अपनी सुरक्षा और पीड़िता को न्याय देने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं इन प्रदर्शनों का केंद्र कोलकाता का आरजी कर मेडिकल और कॉलेज बना हुआ है जहां ट्रेनी डॉक्टर के साथ हैवानियत हुई थी।
अब इसी मामले में कोलकाता पुलिस के अधिकारियों ने 14 और 15 अगस्त, 2024 को आरजी कर अस्पताल में ड्यूटी करने वाले डॉक्टरों, नर्सों, परिचारकों और अस्पताल सुरक्षा सहित अन्य कर्मचारियों की जानकारी मांगी है। इस दिन आरजी कर अस्पताल में हजारों की संख्या में भीड़ ने तोड़फोड़ की थी। कोलकाता पुलिस ने दावा किया कि उन्होंने जांच के उद्देश्य से जानकारी मांगी है।
सुप्रीम कोर्ट में आज होगी सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक महिला डॉक्टर से कथित बलात्कार और हत्या के मामले में स्वत: संज्ञान लिया है और इस मामले पर मंगलवार यानी आज सुनवाई होगी। शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर अपलोड की गई 20 अगस्त की वाद सूची के अनुसार, प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ मंगलवार को इस मामले पर सुनवाई करेगी। यह सुनवाई सुबह साढ़े 10 बजे हो सकती है।
कोलकाता हाईकोर्ट ने भी लिया था स्वत: संज्ञान
कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के बाद आरजी कर कॉलेज और अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के मामले में कोलकाता हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया था। इस पूरे घटनाक्रम पर हाई कोर्ट ने नाराजगी जाहिर की और ममता सरकार से पूछा कि एकदम से 7 हजार लोग कैसे इकट्ठा हो गए?
अदालत के इस सवाल पर प्रदेश सरकार के वकील ने जवाब देते हुए कहा था कि हमें जैसे ही इस पूरे घटना की जानकारी मिली पुलिस ने बिना समय गंवाए कार्रवाई की। जिस पर अदालत ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि अचानक 7 हजार लोग ऐसे ही इकट्ठा नहीं हो जाते हैं। इस घटना से जुड़े वीडियो कोर्ट में दिखाए गए हैं।
डर के माहौल में कैसे काम करेंगे डॉक्टर- अदालत
कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा था कि अगर ऐसे ही हालात हैं तो अस्पताल को बंद कर दीजिए मरीजों को किसी दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दीजिए तो जब अस्पताल ही बंद होगा तो उस तरीके का हंगामा ही नहीं होगा। ऐसे डर के माहौल में डॉक्टर कैसे काम करेंगे। बता दें कि 14 अगस्त की रात को आरजी हॉस्पिटल में भारी संख्या में लोग घुस आए थे और तोड़फोड़ शुरू कर दी थी।
हाईकोर्ट ने की थी ये अपील
अदालत ने 14 तारीख की रात अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के संबंध में पुलिस से पूरी जानकारी मांगी थी। कोर्ट ने कहा था कि अगर डॉक्टर को सुरक्षा नहीं मिलेगी तो वह काम कैसे करेंगे। सीबीआई के पास पूरा अधिकार है कि वह घटना स्थल पर जाए और सबूतों की जांच करें। सीबीआई से भी इस मामले में अंतरिम रिपोर्ट देने को कहा गया। कोर्ट ने कहा कि पीड़िता की तस्वीर मीडिया में ना दिखाई जाए और ना ही सार्वजनिक की जाए। कोलकाता हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी मामले का स्वत: संज्ञान लिया है और आज यानी 20 अगस्त को मामले की सुनवाई करने जा रहा है।