BY: Yoganand Shrivastava
टोरंटो (कनाडा), कनाडा के टोरंटो शहर में आयोजित भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान उस समय तनावपूर्ण स्थिति बन गई जब कुछ अज्ञात लोगों ने चलती रथयात्रा पर अंडे फेंकने की शर्मनाक हरकत की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसे एक एनआरआई महिला ने रिकॉर्ड किया था। घटना को लेकर न सिर्फ श्रद्धालुओं में नाराजगी है, बल्कि भारत सरकार ने भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
क्या हुआ था घटनास्थल पर?
भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा की रथयात्रा जैसे ही टोरंटो की सड़कों पर निकली, तभी एक पास की इमारत से किसी ने अंडे फेंककर यात्रा को निशाना बनाने की कोशिश की। हालांकि ये अंडे सीधे रथ पर नहीं लगे, लेकिन पास की सड़क पर जा गिरे, जिससे रथयात्रा में शामिल भक्तों में हड़कंप मच गया।
इस घटना को देख रहे लोगों में से एक महिला ने इसका वीडियो बनाया और कहा, “हमने यात्रा नहीं रोकी, क्योंकि नफरत कभी आस्था को नहीं हरा सकती।”
भारत सरकार की प्रतिक्रिया
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण” और “त्योहार की गरिमा के खिलाफ” बताया। उन्होंने साफ कहा कि भारत सरकार ने कनाडा से सख्त कार्रवाई की मांग की है और इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए उचित कदम उठाने को कहा है।
पिछले हमलों से जुड़ी चिंताएं
यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब हाल के महीनों में कनाडा में हिंदू समुदाय पर हमलों की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। कुछ उदाहरण:
- दो महीने पहले, टोरंटो में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा हिंदू विरोधी रैली निकाली गई थी, जिसमें “8 लाख हिंदुओं को भारत भेजो” जैसे नारे लगाए गए।
- 10 जुलाई को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे शहर में कॉमेडियन कपिल शर्मा के कैफे पर फायरिंग हुई। इसकी जिम्मेदारी खालिस्तानी आतंकी हरजीत लाडी ने ली थी।
- आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भी धमकी भरे बयान में कहा कि “कपिल शर्मा हिंदूवादी है, उसके कैफे पर दोबारा हमला किया जा सकता है।”
सिखों की संख्या और बढ़ता अलगाववाद
कनाडा में सिख समुदाय की संख्या काफी अधिक है। हालांकि, यह पूरी सिख आबादी नहीं, बल्कि उसमें से कुछ कट्टरपंथी तत्व ही हैं जो खालिस्तान के नाम पर भारत विरोधी माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। ये समूह हिंदू धार्मिक आयोजनों, भारत सरकार के प्रतिनिधियों और दूतावासों को निशाना बना रहे हैं।
भारत ने की अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग
भारत सरकार ने एक बार फिर कनाडा सरकार से सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाली घटनाओं पर सख्त कार्रवाई करने को कहा है। रथयात्रा पर अंडे फेंकने जैसे कृत्य केवल धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं करते, बल्कि कनाडा जैसे बहुसांस्कृतिक समाज की छवि को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
आस्था पर हमला या राजनीतिक एजेंडा?
भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा पर हमला एक धार्मिक आयोजन को निशाना बनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। ऐसे हमले कनाडा में रह रहे भारतीय समुदाय में भय का माहौल पैदा कर सकते हैं। भारत सरकार की सजगता और तीव्र प्रतिक्रिया से उम्मीद है कि कनाडा प्रशासन इस घटना को हल्के में नहीं लेगा और दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर उचित दंड देगा।





