BY: Yoganand Shrivastva
ग्वालियर जिले के घाटीगांव सर्कल के अंतर्गत आने वाले भंवरपुरा थाना परिसर से एक वाहन चोरी के संदेह में पकड़ा गया युवक पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। यह मामला गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात का है, जब पूछताछ कक्ष में निगरानी कर रहे पुलिसकर्मी को झपकी लगी और इसी का फायदा उठाकर युवक भाग निकला। घटना के दो दिन बाद वह भितरवार में मिला, जहां उसके परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे।
हिरासत में था युवक, कोर्ट में पेश नहीं किया गया
तीन दिन पहले भंवरपुरा थाना पुलिस ने वाहन चोरी के शक में छोटू आदिवासी नामक युवक को पकड़ा था। पूछताछ के लिए उसे थाने लाया गया, लेकिन उसे कोर्ट में प्रस्तुत नहीं किया गया। पूछताछ के दौरान उसने चोरी के कुछ वाहनों से जुड़ी अहम जानकारी भी पुलिस को दी थी। हालांकि पुलिस ने अब तक उसकी गिरफ्तारी को औपचारिक रूप से दर्ज नहीं किया था।
दीवान को आई झपकी, मौका पाकर फरार हुआ संदेही
गुरुवार-शुक्रवार की रात करीब 2 से 3 बजे के बीच जब पूछताछ कक्ष में तैनात दीवान रामअवतार सोलंकी को झपकी लगी, उसी समय छोटू आदिवासी चुपचाप वहां से भाग निकला। जब दीवान की नींद टूटी, तो उसने देखा कि युवक थाने से गायब है। तत्काल इस संबंध में थाना प्रभारी दीपक भदौरिया को सूचना दी गई और इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया।
जंगल से शहर तक छानबीन, लेकिन दो दिन रहा लापता
छोटू के फरार होने के बाद पुलिस और उसके परिजनों ने आसपास के घने जंगलों में उसकी खोजबीन की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। भंवरपुरा और आसपास का क्षेत्र जंगलों से घिरा है और कई जगह मोबाइल नेटवर्क भी नहीं मिलता, जिससे सर्च ऑपरेशन में दिक्कतें आईं। इस घटना को लेकर पुलिस की चिंता इसलिए और बढ़ गई थी क्योंकि कुछ समय पहले भी एक युवक बिजौली क्षेत्र में पुलिस से बचकर भागा था और उसकी लाश दो दिन बाद जंगल में मिली थी।
रिश्तेदार के यहां पहुंचा युवक, परिजनों ने सौंपा
इस बीच छोटू आदिवासी अपने एक रिश्तेदार के घर भितरवार पहुंच गया। जब परिजनों को इस बात की जानकारी मिली, तो वे उसे लेकर भंवरपुरा थाना पहुंचे। पुलिस ने युवक से फिर पूछताछ शुरू की है और अब आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस की लापरवाही पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक संदेही को बिना गिरफ्तारी दर्ज किए लगातार तीन दिन तक थाने में रखकर पूछताछ करना, फिर उसकी निगरानी में चूक और थाने से उसका फरार हो जाना—इन सब बिंदुओं पर जांच की मांग उठ सकती है।