दुनिया के सबसे चर्चित बिजनेसमैन और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने अमेरिकी राजनीति में बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने “अमेरिका पार्टी” नाम से एक नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा की है। यह कदम सीधे तौर पर डोनाल्ड ट्रंप और मौजूदा दो-दलीय प्रणाली को चुनौती देता है।
मस्क की घोषणा का कारण क्या है?
एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर इस पार्टी का ऐलान किया। उन्होंने ट्रंप द्वारा लाया गया “बिग, ब्यूटीफुल बिल” देश के लिए आर्थिक खतरा बताया और कहा कि यह अमेरिका को दिवालिया बना देगा।
उनके शब्दों में:
“जब सरकार भ्रष्टाचार और बर्बादी से देश को दिवालिया बनाने पर तुली हो, तब हमें लोकतंत्र नहीं, बल्कि बंद पार्टी सिस्टम देखने को मिलता है।”
क्या है ‘अमेरिका पार्टी’ का मिशन?
एलन मस्क का मिशन अमेरिका में राजनीतिक संतुलन को फिर से स्थापित करना है:
- दो-पार्टी सिस्टम को खत्म करना
- जनता की स्वतंत्रता को प्राथमिकता देना
- संसद में महत्वपूर्ण विधेयकों पर निर्णायक भूमिका निभाना
- “बिग ब्यूटीफुल बिल” जैसे कानूनों का विरोध
किन सीटों पर मस्क का फोकस?
मस्क की योजना चुनिंदा सीटों पर ध्यान केंद्रित करने की है:
- 2 से 3 सीनेट सीटें
- 8 से 10 हाउस जिलों
इन जिलों ने ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में फेडरल बजट कटौती में अहम भूमिका निभाई थी।
हालांकि, मस्क ने अभी तक इन सीटों के नाम सार्वजनिक नहीं किए हैं।
कैसे बदलेंगे मस्क अमेरिकी राजनीति?
अमेरिका में हर दो साल में:
- 435 हाउस सीटों के लिए चुनाव होते हैं
- 100 में से 1/3 सीनेट सीटें चुनावी प्रक्रिया में होती हैं
मस्क इन्हीं सीटों पर फोकस कर नए विपक्ष को तैयार करने और संसद में निर्णायक भूमिका निभाने की तैयारी में हैं।
ट्रंप के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं मस्क
हाल में पास हुआ “बिग ब्यूटीफुल बिल” मस्क और ट्रंप के बीच मतभेद का कारण बना। संसद में यह बिल 218 वोटों से पास हुआ जबकि 214 वोट विरोध में थे। मस्क अब यही समीकरण बदलने की तैयारी में हैं, ताकि भविष्य में ऐसे विवादित बिल रोके जा सकें।
क्या अमेरिका पार्टी बनेगी नई राजनीतिक ताकत?
एलन मस्क की ‘अमेरिका पार्टी’ अमेरिकी राजनीति में एक नई विचारधारा को जन्म दे रही है। जहां वे जनता की स्वतंत्रता, पारदर्शिता और जिम्मेदार कानूनों की बात कर रहे हैं, वहीं ट्रंप के प्रभाव को सीधी चुनौती भी दे रहे हैं। आने वाले चुनावों में यह देखना दिलचस्प होगा कि मस्क की रणनीति उन्हें कितना राजनीतिक असर दिला पाती है।