BY: Yoganand shrivastva
ग्वालियर (मध्य प्रदेश) – गुरुवार को ग्वालियर स्थित विक्टोरिया मार्केट के पास एनएसयूआई (NSUI) के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ दर्ज एफआईआर के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का पुतला जलाने की कोशिश की, लेकिन मौके पर तैनात पुलिस ने तुरंत दखल देकर आग को बुझा दिया।
FIR पर जताया विरोध, लगाया ‘तानाशाही’ का आरोप
एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव कृष्णराज भारद्वाज ने इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताते हुए कहा कि जीतू पटवारी दलित और पिछड़े वर्ग के मुद्दे उठाते हैं, इसलिए सरकार उन्हें निशाना बना रही है। भारद्वाज ने मुख्यमंत्री पर “तानाशाही रवैये” का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार जनता की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, अनुमति नहीं ली गई थी
सीएसपी मनीष यादव ने मीडिया को बताया कि प्रदर्शनकारियों ने पुतला दहन के लिए प्रशासन से कोई पूर्व अनुमति नहीं ली थी और न ही कोई सूचना दी गई थी। उन्होंने कहा कि पुतले को जलते देख मौके पर मौजूद पुलिस ने तुरंत उसे जब्त कर पानी डालकर आग बुझाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित प्रदर्शनकारियों पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
पृष्ठभूमि: क्या है जीतू पटवारी पर दर्ज FIR का मामला?
इस पूरे विरोध की जड़ अशोकनगर जिले के मुंगावली थाना क्षेत्र में जीतू पटवारी के खिलाफ दर्ज एक आपराधिक मामला है। हालांकि एनएसयूआई का दावा है कि यह कार्रवाई राजनीतिक दबाव में की गई है और इसका उद्देश्य विपक्ष को दबाना है।