मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने पीएम मित्र पार्क के पहले चरण के निर्माण की शुरुआत को मध्यप्रदेश के विकास के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया।
धार जिले में बन रहा यह मेगा टेक्सटाइल पार्क राज्य को न सिर्फ औद्योगिक बल्कि आर्थिक रूप से भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
धार में पीएम मित्र पार्क: परियोजना की मुख्य झलकियां
- स्थान: धार जिला, मध्य प्रदेश
- कुल क्षेत्रफल: 2158 एकड़
- कुल लागत: लगभग ₹2050 करोड़
- पहले चरण का टेंडर: ₹773 करोड़ की लागत से जारी
- विकास एजेंसी: केंद्र सरकार, सहयोग से राज्य सरकार
कैसे बदल रहा है पार्क मध्यप्रदेश का औद्योगिक परिदृश्य
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि:
“यह पार्क प्रदेश में टेक्सटाइल सेक्टर को नई दिशा देगा और रोजगार के अवसर बढ़ाएगा। यह प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शिता का परिणाम है जो मध्यप्रदेश को विकसित राज्यों की कतार में लाएगा।”
इस पहल से कपड़ा उद्योग में नए निवेशकों का आगमन संभावित है, जिससे छोटे और मध्यम उद्योगों को भी बल मिलेगा।
रोजगार और आर्थिक विकास की नई दिशा
पीएम मित्र पार्क के माध्यम से:
- हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
- पूरे प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
- युवा वर्ग के लिए स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
क्या है पीएम मित्र पार्क योजना?
PM Mega Integrated Textile Region and Apparel (PM MITRA) योजना केंद्र सरकार की एक मेगा टेक्सटाइल परियोजना है, जिसके तहत देशभर में 7 स्थानों पर टेक्सटाइल पार्क विकसित किए जा रहे हैं:
राज्य | स्थान |
---|---|
तमिलनाडु | विरुधुनगर |
तेलंगाना | वारंगल |
गुजरात | नवसारी |
कर्नाटक | कलबुर्गी |
मध्य प्रदेश | धार |
उत्तर प्रदेश | लखनऊ |
महाराष्ट्र | अमरावती |
5F विजन: टेक्सटाइल क्षेत्र का सम्पूर्ण विकास मॉडल
यह योजना केंद्र सरकार के “5F विजन” पर आधारित है:
Farm → Fiber → Factory → Fashion → Foreign
इसका उद्देश्य एकीकृत टेक्सटाइल इकोसिस्टम विकसित करना है जो पूरी सप्लाई चेन को एक ही स्थान पर उपलब्ध कराता है
मध्यप्रदेश के लिए गेम चेंजर साबित होगा पीएम मित्र पार्क
धार जिले में बन रहा पीएम मित्र पार्क न केवल राज्य के टेक्सटाइल उद्योग को नई रफ्तार देगा, बल्कि यह मेक इन इंडिया और वोकल फॉर लोकल जैसे अभियानों को भी मजबूती देगा। मुख्यमंत्री मोहन यादव की सक्रियता और प्रधानमंत्री मोदी की पहल से यह परियोजना आने वाले वर्षों में मध्यप्रदेश की औद्योगिक पहचान को नए आयाम देगी।