भारत में एक बार फिर कोरोना संक्रमण बढ़ता दिख रहा है, और इस बार नया कोविड वेरिएंट चिंता का कारण बन रहा है। देशभर में एक्टिव केस की संख्या 4,000 पार कर चुकी है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में भी पहला केस सामने आया है, जिससे स्थानीय प्रशासन सतर्क हो गया है।
भारत में कोविड की वापसी: एक नजर
- देशभर में एक्टिव केस: 4,000+
- मध्य प्रदेश में सक्रिय मरीज: 21
- ग्वालियर में पहला केस दर्ज: श्रीराम कॉलोनी, हरिशंकरपुरम
ग्वालियर में पहला केस कहां और कैसे मिला?
ग्वालियर के हरिशंकरपुरम क्षेत्र की श्रीराम कॉलोनी में रहने वाला एक 53 वर्षीय व्यक्ति मुंबई से लौटने के बाद कोविड पॉजिटिव पाया गया है। मरीज में फिलहाल कोई गंभीर लक्षण नहीं हैं, और उसे होम आइसोलेशन में रखा गया है।
मरीज के बारे में जानिए:
- उम्र: 53 वर्ष
- ट्रैवल हिस्ट्री: हाल ही में मुंबई से लौटे
- लक्षण: कोई लक्षण नहीं, मरीज स्थिर है
- टेस्ट: निजी लैब से पॉजिटिव रिपोर्ट, पुष्टि के लिए सरकारी लैब में सैंपल भेजा गया
कैसे मिला संक्रमण का पता?
ग्वालियर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि सोमवार रात उन्हें एक निजी डॉक्टर से सूचना मिली थी कि उनके मरीज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मरीज की स्थिति को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की गई।
परिवार की भी जांच, जिले में सतर्कता बढ़ी
स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के तौर पर परिवार के सभी सदस्यों के सैंपल लेकर लैब में भेज दिए हैं। वहीं, जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन वार्ड तैयार किए जा रहे हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत इलाज हो सके।
अब आगे क्या कदम उठाए गए हैं?
- मरीज को फिलहाल होम आइसोलेशन में रखा गया है
- यदि लक्षण उभरते हैं, तो उसे अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा
- जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है, अन्य संदिग्धों की पहचान की जा रही है
लोगों के लिए जरूरी सलाह
- यदि आप हाल ही में बाहर यात्रा से लौटे हैं, तो स्वास्थ्य की जांच जरूर कराएं
- हल्का बुखार, खांसी, या कमजोरी हो तो डॉक्टर से संपर्क करें
- होम क्वारंटाइन के नियमों का पालन करें
- कोविड प्रोटोकॉल जैसे मास्क पहनना, हाथ धोना और दूरी बनाए रखना न भूलें
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
ग्वालियर में कोविड की वापसी भले ही छोटे स्तर पर हुई हो, लेकिन यह हमें सावधान रहने का एक बड़ा संकेत है। संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए जन-जागरूकता और प्रशासन की तत्परता दोनों जरूरी हैं। अगर हम समय रहते जरूरी कदम उठाएं, तो इस बार कोरोना को फैलने से रोका जा सकता है।