सोने की कीमतों में हाल के दिनों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है। 15 मई को सोना 90,890 रुपये प्रति 10 ग्राम के निचले स्तर पर था, जो अब बढ़कर 96,050 रुपये तक पहुंच गया है। इस लेख में हम जानेंगे कि इस तेजी के पीछे क्या कारण हैं, आने वाले दिनों में सोने की कीमतें कैसी रह सकती हैं और निवेशकों के लिए क्या रणनीति होनी चाहिए।
सोने और चांदी की ताजा स्थिति
- सोना: जून फ्यूचर्स MCX पर 96,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा है, जो पिछले कुछ दिनों में 5,160 रुपये की बढ़त दर्शाता है।
- चांदी: जुलाई फ्यूचर्स लगभग स्थिर, 98,045 रुपये प्रति किलोग्राम पर खुला।
- सोमवार को घरेलू बाजार में सोना और चांदी दोनों ने सकारात्मक बंद किया, हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में मिला-जुला प्रभाव था।
सोने की कीमतों में तेजी के पीछे क्या वजह?
- अमेरिका-यूरोपीय संघ के बीच व्यापार टैरिफ में देरी: अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा यूरोपीय संघ पर व्यापार टैरिफ लगाने में देरी के फैसले से बाजार में स्थिरता आई।
- डॉलर इंडेक्स में कमजोरी: अमेरिकी डॉलर का इंडेक्स 99 से नीचे गिरकर लगभग 98.86 पर आ गया, जिससे सोने जैसी सुरक्षित परिसंपत्तियों की मांग बढ़ी।
- वैश्विक अनिश्चितता: वैश्विक राजनीतिक तनाव और आर्थिक अनिश्चितता ने निवेशकों को सुरक्षित निवेश की ओर मोड़ा।
विशेषज्ञ की राय और आगामी रुझान
मनोज कुमार जैन, प्रिथ्वीफिनमार्ट कमोडिटी रिसर्च के विशेषज्ञ, के अनुसार:
“डॉलर की कमजोरी, भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक अस्थिरता सोने और चांदी की मांग को सपोर्ट कर रही है। इस सप्ताह दोनों धातुओं में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। सोने की कीमत $3,200 प्रति ट्रॉय औंस और चांदी की कीमत $31.80 प्रति ट्रॉय औंस के आसपास टिक सकती है।”
सोने और चांदी में निवेश के लिए रणनीति
मनोज कुमार जैन ने MCX के लिए निम्नलिखित स्तर बताए हैं:
धातु | समर्थन स्तर (Support) | प्रतिरोध स्तर (Resistance) |
---|---|---|
सोना | ₹95,400 – ₹94,950 | ₹96,650 – ₹97,200 |
चांदी | ₹97,200 – ₹96,650 | ₹98,850 – ₹99,500 |
निवेशकों के लिए सुझाव
- कीमतों में गिरावट का फायदा उठाएं: विशेषज्ञों का मानना है कि गिरावट पर खरीदारी करना बेहतर रहेगा।
- नज़दीकी ट्रेडिंग रेंज: सोना ₹94,800 से ₹96,650 और चांदी ₹96,650 से ₹99,500 के बीच रह सकती है।
- ध्यान रखें: बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान सावधानी बरतें और बिना योजना के निवेश से बचें।
सोने की रैली टिकेगी या नहीं?
सोने की कीमतों में तेजी को वैश्विक और घरेलू कई कारण प्रभावित कर रहे हैं। डॉलर की कमजोरी और भू-राजनीतिक अनिश्चितता से सोने की मांग बनी रहेगी, लेकिन बाजार में उतार-चढ़ाव संभव है। इसलिए निवेशकों को बाजार की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए और विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार कदम उठाना चाहिए।
निष्कर्ष
अगर आप सोने या चांदी में निवेश करने का सोच रहे हैं, तो अभी का समय थोड़ा अनिश्चित जरूर है, लेकिन उचित रणनीति और सतर्कता के साथ फायदा उठाया जा सकता है। बाजार की ताजा खबरें, डॉलर के रुझान और वैश्विक घटनाओं को समझना जरूरी है।
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