BY: Yoganand Shrivastva
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली के संन्यास के बाद अब चयनकर्ताओं की नजर एक अनुभवी बल्लेबाज की तलाश पर है। ऐसे में अजिंक्य रहाणे का नाम एक प्रबल दावेदार के रूप में उभर रहा है।
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BY: Yoganand Shrivastvaरोहित और कोहली के बाद अनुभव की कमीइंग्लैंड दौरे के लिए रहाणे क्यों हैं उपयुक्त विकल्प?घरेलू प्रदर्शनआईपीएल में निरंतरताटेक्नीक और अनुभवरहाणे का इंग्लैंड में प्रदर्शनपुजारा की वापसी की भी उम्मीद2020-21 ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज में पुजारा की भूमिका:भारत को क्यों चाहिए अनुभवी बल्लेबाज?
रहाणे ने पिछले कुछ समय में घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में निरंतर प्रदर्शन से अपनी वापसी की दावेदारी मजबूत की है।
रोहित और कोहली के बाद अनुभव की कमी
- विराट कोहली से पहले रोहित शर्मा भी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं।
- इन दोनों सीनियर खिलाड़ियों के बाहर होने से भारतीय टीम में अनुभव की बड़ी कमी महसूस की जा रही है।
- ऐसे में रहाणे और चेतेश्वर पुजारा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की टीम में वापसी संभावित है।
इंग्लैंड दौरे के लिए रहाणे क्यों हैं उपयुक्त विकल्प?
घरेलू प्रदर्शन
- रणजी ट्रॉफी 2024-25 में रहाणे ने:
- 9 मैच
- 467 रन
- 35.92 की औसत
आईपीएल में निरंतरता
- रहाणे का आईपीएल में बेहतर स्ट्राइक रेट और अनुभव उन्हें सीमित ओवरों के साथ-साथ टेस्ट के लिए भी उपयोगी बनाता है।
टेक्नीक और अनुभव
- इंग्लैंड की सीम और स्विंग वाली पिचों पर तकनीकी बल्लेबाजी बेहद जरूरी है।
- रहाणे के पास यह स्किल सेट मौजूद है, जिससे वह मध्यक्रम को स्थिरता दे सकते हैं।
रहाणे का इंग्लैंड में प्रदर्शन
- इंग्लैंड में रहाणे का रिकॉर्ड मिला-जुला रहा है:
- लॉर्ड्स में एक शतक
- 2023 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल बनाम ऑस्ट्रेलिया में:
- 89 रन (1st पारी)
- 46 रन (2nd पारी)
इन पारीयों ने दिखाया कि वह बड़े मौकों पर जिम्मेदारी उठा सकते हैं।
पुजारा की वापसी की भी उम्मीद
- चेतेश्वर पुजारा ने भी घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन कर टीम में लौटने की कोशिश की है।
- इंग्लैंड के खिलाफ उनका रिकॉर्ड:
- 1778 रन
- औसत 39.51
2020-21 ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज में पुजारा की भूमिका:
- जब भारतीय टीम संकट में थी, पुजारा ने दीवार बनकर टीम को मजबूती दी थी।
भारत को क्यों चाहिए अनुभवी बल्लेबाज?
- इंग्लैंड की परिस्थितियां युवा बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण होती हैं।
- तकनीकी रूप से मजबूत और मानसिक रूप से स्थिर बल्लेबाजों की जरूरत है।
- रहाणे और पुजारा, दोनों ही इन मापदंडों पर खरे उतरते हैं।