BY: Yoganand Shrivastava
नई दिल्ली: देश की राजधानी में 7 मई को प्रस्तावित मॉक ड्रिल से पहले सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता बढ़ा दी है। दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने मिलकर शहर के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बंदोबस्त कड़े कर दिए हैं। विशेष रूप से कनॉट प्लेस, पालिका बाजार और राजीव चौक मेट्रो स्टेशन जैसे व्यस्त स्थलों पर जवानों की तैनाती बढ़ा दी गई है।
गृह मंत्रालय का अलर्ट, मॉक ड्रिल की तैयारी
यह मॉक ड्रिल जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हालिया आतंकी हमले और भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर आयोजित की जा रही है। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र जारी कर 7 मई को यह ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारी सुनिश्चित की जा सके।
मॉक ड्रिल में ये गतिविधियां शामिल होंगी
ड्रिल के दौरान कई तरह की सुरक्षा प्रक्रियाओं का अभ्यास किया जाएगा, जिनमें शामिल हैं:
- हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन का परीक्षण
- नागरिकों को सुरक्षा के उपायों की जानकारी देना
- बंकरों और खाइयों की जांच और सफाई
- ब्लैकआउट की व्यवस्था और महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा का आकलन
- निकासी योजनाओं का पूर्वाभ्यास
इसके अलावा, वायुसेना के साथ संचार नेटवर्क का परीक्षण, आपात नियंत्रण कक्षों की क्षमता का मूल्यांकन, और छाया नियंत्रण केंद्रों की कार्यक्षमता भी जांची जाएगी।
गांव-स्तर तक अभ्यास की योजना
सरकार का लक्ष्य है कि इस अभ्यास को गांवों तक भी पहुँचाया जाए, ताकि हर स्तर पर नागरिक सुरक्षा प्रणाली की वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सके। मॉक ड्रिल में जिला प्रशासन, स्वयंसेवक, होम गार्ड, एनसीसी, एनएसएस, एनवाईकेएस, और कॉलेज-स्कूल के छात्र भी भाग लेंगे। यह अभ्यास देश के 244 नागरिक सुरक्षा जिलों में आयोजित किया जाएगा।
क्या है उद्देश्य?
गृह मंत्रालय का मानना है कि मौजूदा भूराजनीतिक हालात को देखते हुए नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर सतर्कता और तत्परता बनाए रखना आवश्यक है। यह ड्रिल न केवल तैयारियों की जांच का माध्यम है, बल्कि आम जनता में जागरूकता बढ़ाने का भी एक सशक्त जरिया है।
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