मुंबई, 04 अप्रैल 2025: बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता और फिल्म निर्देशक मनोज कुमार का आज सुबह निधन हो गया। वह लंबे समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। अपनी देशभक्ति भरी फिल्मों के लिए मशहूर मनोज कुमार को ‘भारत कुमार’ के नाम से भी जाना जाता था।
एक युग का अंत
मनोज कुमार ने हिंदी सिनेमा में चार दशकों तक अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीता। उनकी फिल्में न सिर्फ मनोरंजन करती थीं बल्कि समाज को सकारात्मक संदेश भी देती थीं। ‘उपकार’, ‘पूरब और पश्चिम’ और ‘क्रांति’ जैसी उनकी फिल्में आज भी याद की जाती हैं।
क्यों कहलाए ‘भारत कुमार’?
अपनी फिल्मों में देशभक्ति की भावना को बखूबी पेश करने के कारण उन्हें यह उपनाम मिला। 1965 में आई फिल्म ‘शहीद’ में भगत सिंह की भूमिका ने उन्हें अमर बना दिया।

फिल्मी सफर के प्रमुख पड़ाव
- 1957 में ‘फैशन’ फिल्म से डेब्यू
- 1965 में ‘शहीद’ से मिली बड़ी पहचान
- 1967 की ‘उपकार’ के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का राष्ट्रीय पुरस्कार
- 1981 की ‘क्रांति’ बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट
उद्योग जगत की प्रतिक्रियाएं
उनके निधन पर पूरा बॉलीवुड शोक में डूब गया। अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र समेत कई दिग्गजों ने श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री ने भी उन्हें भारतीय सिनेमा का स्तंभ बताया।
अंतिम संस्कार
परिवार सूत्रों के अनुसार, उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही हैं। मुंबई के पारसी घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।