रंग पंचमी के पावन अवसर पर गोहद क्षेत्र के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल खनेता धाम में एक भव्य होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में रंगों की बहार, आध्यात्मिक उत्साह और सामुदायिक एकता का अनूठा संगम देखने को मिला। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु, संत और स्थानीय गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिसने इस समारोह को और भी यादगार बना दिया।
इस कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण महंत महामंडलेश्वर श्री रामभूषण दास महाराज की उपस्थिति रही, जिन्होंने श्रद्धालुओं के साथ गुलाल और फूलों से होली खेली। इस दौरान पूरा माहौल भक्ति और उल्लास से सराबोर था। श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन करते हुए रंगों के इस त्योहार को एक अलग ही आध्यात्मिक अनुभव के साथ मनाया। गुलाल और फूलों का उपयोग इस बात का प्रतीक था कि अच्छाई की बुराई पर जीत हुई है और वसंत ऋतु का आगमन हुआ है, जो सभी के बीच खुशियां और सकारात्मकता फैलाता है।

होली मिलन समारोह ने समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने का काम किया। सभी उम्र के श्रद्धालुओं ने इस त्योहार को एक साथ मनाकर सामाजिक और सांस्कृतिक बाधाओं को पार किया। इस कार्यक्रम ने प्रेम, शांति और सद्भाव के संदेश को मजबूती से प्रस्तुत किया, जो होली के मूल मंत्र हैं।
इस अवसर पर चौधरी भरत चतुर्वेदी, आचार्य राजकुमार शास्त्री, आचार्य सत्यदीप वशिष्ठ, पंडित प्रशांत शास्त्री और पंडित विवेक शास्त्री जैसे गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे। इनकी उपस्थिति ने इस कार्यक्रम के आध्यात्मिक महत्व को और बढ़ा दिया। इन महानुभावों ने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया और समाज में एकता और करुणा को बढ़ावा देने के साथ-साथ सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं को संजोने का संदेश दिया।

कार्यक्रम के आयोजकों ने यह सुनिश्चित किया कि सभी COVID-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जाए, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और स्वस्थ तरीके से इस त्योहार का आनंद ले सकें। खनेता धाम में आयोजित इस होली मिलन समारोह ने क्षेत्र में आने वाले धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए एक मिसाल कायम की है।
समारोह के समापन पर श्रद्धालु संतों के आशीर्वाद और इस दिव्य होली उत्सव की यादों के साथ खुशी और उत्साह से भरे हुए लौटे। इस कार्यक्रम ने न केवल श्रद्धालुओं की आस्था को मजबूत किया, बल्कि खनेता धाम को धार्मिक सद्भाव और भक्ति के केंद्र के रूप में स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।




