भोपाल, 17 मार्च 2025
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के विशिष्ट अधिकारी और भारतीय रेलवे के विशेष पुलिस महानिदेशक मनीष शंकर शर्मा का सोमवार को नई दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे। उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार भोपाल में किया जाएगा।

शैक्षणिक और पेशेवर उपलब्धियाँ
1992 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे शर्मा ने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से आंतरिक मामलों और सार्वजनिक नीति में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की थी, जिसमें उनकी विशेषज्ञता अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद-निरोधक क्षेत्र में थी। कानून प्रवर्तन और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के अलावा, उन्होंने कूटनीति में भी उत्कृष्ट योगदान दिया और यूरोप में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों में भाग लिया। इसके साथ ही, उन्होंने भारत के परिवहन सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सम्मान और पुरस्कार
मनीष शंकर शर्मा को उनके असाधारण कार्यों के लिए कई सम्मान प्राप्त हुए। विशेष रूप से, संयुक्त राज्य अमेरिका के सैन डिएगो के तत्कालीन मेयर ने उनके सम्मान में 20 जुलाई 2015 को “मनीष एस शर्मा दिवस” घोषित किया, जो毎年 मनाया जाता है। इसके अलावा, उन्हें राष्ट्रीय विधि दिवस पुरस्कार, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस अवॉर्ड, रोल ऑफ ऑनर और आरएन जुत्शी पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित सम्मान भी मिले।
करियर का विस्तार
शर्मा का करियर भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न भूमिकाओं से भरा रहा। उन्होंने दुबई में भारतीय व्यापार कूटनीतिज्ञ के रूप में पश्चिम एशिया और अफ्रीका के 22 देशों के साथ व्यापारिक संबंधों को संभाला। भारत में उन्होंने पुलिस महानिरीक्षक, देशभर के हवाई अड्डों के लिए उड्डयन सुरक्षा महानिदेशक और यूरोप में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के दौरान पुलिस प्रमुख जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। इसके अलावा, वह रायसेन, सतना, छिंदवाड़ा और खंडवा में पुलिस अधीक्षक के रूप में भी तैनात रहे।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
नर्मदापुरम (पूर्व में होशंगाबाद) के मूल निवासी मनीष शंकर शर्मा एक प्रतिष्ठित परिवार से थे। उनके पिता के.एस. शर्मा मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव रहे, जबकि उनके चाचा डॉ. सीता शरण शर्मा राज्य विधानसभा के अध्यक्ष थे।
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