लंदन: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर इन दिनों ब्रिटेन दौरे पर हैं, जहां एक कार्यक्रम के दौरान उनसे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को लेकर सवाल किया गया। इस पर जयशंकर ने ऐसा करारा जवाब दिया कि सवाल करने वाले पत्रकार के पास आगे कुछ कहने के लिए बचा ही नहीं।
पत्रकार का सवाल और जयशंकर का जवाब
लंदन के चैथम हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम में पत्रकार निशार ने कश्मीर को लेकर सवाल पूछा। उसने कहा—
“भारत ने कश्मीर पर अवैध कब्जा किया हुआ है। कश्मीरी लोग विरोध कर रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति शांति समझौतों को लेकर रुचि रखते हैं, तो क्या प्रधानमंत्री मोदी उनसे दोस्ती का इस्तेमाल कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के लिए कर सकते हैं? 70 लाख कश्मीरियों को कंट्रोल करने के लिए 10 लाख सैनिक तैनात हैं।”
इस पर जयशंकर ने मिसाइल की तरह जवाब दिया—
“आपने भारत के कश्मीर की बात की, लेकिन आपने PoK का जिक्र नहीं किया। अगर इस विषय पर बात करनी है, तो पहले पूरा सच जानना होगा। बस अब PoK का इंतजार है!”
जयशंकर के बयान के मायने
विदेश मंत्री जयशंकर के इस जवाब के दो प्रमुख संदेश थे—
- कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है, और इसे लेकर किसी भी प्रकार की गलतफहमी की कोई गुंजाइश नहीं है।
- पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (PoK) भी भारत का हिस्सा है, और भारत की नजरें उसी पर टिकी हैं।
भारत का स्पष्ट रुख
भारत पहले भी कई बार स्पष्ट कर चुका है कि कश्मीर पर कोई समझौता नहीं होगा और PoK भारत का हिस्सा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह भी पहले कई बार कह चुके हैं कि PoK पर भारत का हक है और सही समय आने पर उसे वापस लिया जाएगा।
कार्यक्रम में जयशंकर की मजबूती
लंदन में हुए इस कार्यक्रम में जयशंकर ने भारत की विदेश नीति, सुरक्षा और विकास के मुद्दों पर भी बात की। उन्होंने पाकिस्तान और चीन को लेकर भारत की नीति पर भी जोर दिया और स्पष्ट किया कि भारत किसी के दबाव में आने वाला नहीं है।
PoK को लेकर भारत का संकल्प
जयशंकर का यह बयान भारत के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है कि PoK भारत का अभिन्न हिस्सा है और समय आने पर इस पर भी भारत का नियंत्रण होगा। भारत सरकार और सेना कई बार कह चुकी है कि PoK को वापस लेना एकमात्र अधूरा एजेंडा बचा है।
जयशंकर के जवाब ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि भारत अपनी संप्रभुता और अखंडता के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगा।
#WATCH | London | On being asked about the issues of Kashmir, EAM Dr S Jaishankar says, "In Kashmir, we have done a good job solving most of it. I think removing Article 370 was one step. Then, restoring growth, economic activity and social justice in Kashmir was step number two.… pic.twitter.com/uwZpotWggO
— ANI (@ANI) March 5, 2025