नई दिल्ली: कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी की पोस्टग्रेजुएट छात्रा नीलम शिंदे को 14 फरवरी को चार पहिया वाहन द्वारा पीठ से टक्कर मारने के कारण गंभीर चोटें आईं। उसकी बांहों और टांगों में फ्रैक्चर हो जाने के साथ-साथ उसे आपातकालीन ब्रेन सर्जरी की आवश्यकता पड़ी और अब वह कैलिफोर्निया के एक अस्पताल में कोमा की स्थिति में है।
- वीजा साक्षात्कार की व्यवस्था: यूएस ने शुक्रवार सुबह 9 बजे नीलम शिंदे के पिता के लिए आपातकालीन वीजा साक्षात्कार की स्वीकृति दे दी है, ताकि वह अपनी बेटी से मिलने जा सकें।
- साक्षात्कार की पुष्टि: नीलम शिंदे के पिता ने मुंबई स्थित यूएस काउंसलेट में साक्षात्कार की पुष्टि कर ली है और आज रात सतारा जिले से रवाना हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “काउंसलेट की ओर से साक्षात्कार का कॉल आया, सभी की सहायता के बाद उम्मीद है कि हमें वीजा मिल जाएगा।”
- विदेश मामलों का हस्तक्षेप: आज पहले, स्रोतों ने बताया कि विदेश मंत्रालय के अमेरिका डिवीजन ने यूएस सरकार से संपर्क कर तत्काल चिकित्सा आपात स्थिति के लिए यात्रा परमिट जारी करने का अनुरोध किया था। आमतौर पर ऐसे परमिट जल्दी जारी हो जाते हैं, लेकिन इस बार देरी हो गई थी।
- घटना का विवरण: नीलम शिंदे को पीठ से टक्कर लगने से दोनों हाथों और पैरों में फ्रैक्चर हुए। परिवार ने 48 घंटे के भीतर वीजा के लिए आवेदन किया, पर उपलब्ध तिथि अगले वर्ष की बताई गई थी।
- चिकित्सा स्थिति: यूनिवर्सिटी के एक बयान (16 फरवरी) में कहा गया कि नीलम शिंदे की स्थिति गंभीर है, उसका प्रॉग्नोसिस अनिश्चित है और वह आईसीयू में इलाज प्राप्त कर रही है। बयान में यह भी कहा गया कि रोगी के पिता को UC Davis मेडिकल सेंटर की टीम के साथ मिलकर चिकित्सा निर्णय लेने में सहायता करनी होगी, क्योंकि अपनी चोटों के कारण वह संवाद नहीं कर पा रही है।
- आपातकालीन वीजा: यूएस आमतौर पर तब आपातकालीन वीजा प्रदान करता है जब किसी परिवार का सदस्य गंभीर रूप से बीमार या निधन हो चुका हो। इसके लिए डॉक्टर द्वारा लिखित प्रमाण आवश्यक होता है, जिससे अमेरिकी सरकार वीजा साक्षात्कार की तिथि शीघ्र तय कर सके। हालांकि, इस प्रकार के त्वरित वीजा स्लॉट सीमित होते हैं।
- राजनीतिक हस्तक्षेप: इस दुखद घटना को इस सप्ताह सुर्खियों में तब लाया गया जब एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने नीलम शिंदे की स्थिति और उसके परिवार की निराशा की बात उठाई। उन्होंने कहा, “यह एक चिंताजनक मुद्दा है, हमें इसे हल करने के लिए एकजुट होना चाहिए।” इसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यालय ने भी परिवार से संपर्क किया।
- पुलिस की जांच: स्थानीय पुलिस दुर्घटना की जांच कर रही है और जिस वाहन के चालक ने टक्कर मारी, वह हिरासत में है। हालांकि, नीलम शिंदे की चिकित्सा स्थिति को देखते हुए यह भी माना जा रहा है कि बिना किसी रक्त संबंधी की मौजूदगी के मामले दर्ज करने में कानूनी चुनौतियाँ हो सकती हैं।
इस घटना ने आपातकालीन वीजा प्रक्रिया में आई देरी और चिकित्सा सहायता के महत्व पर सवाल उठाए हैं, जबकि राजनीतिक हस्तक्षेप से परिवार को कुछ राहत मिली है।
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