रिपोर्ट- प्रशांत जोशी
कांकेर: सुरक्षा बलों और पुलिस की लगातार दबाव रणनीति के बीच आज कांकेर जिले में बड़ी कामयाबी मिली है। चार हार्डकोर नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक आई. के. एलेसेला के समक्ष आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित नक्सलियों पर कुल 23 लाख रुपए का इनाम घोषित था।
आत्मसमर्पण करने वालों में दो महिला नक्सली और दो पुरुष नक्सली शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक इनमें से एक नक्सली महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में सक्रिय था, जबकि बाकी तीन उत्तर बस्तर दंडकारण्य क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से नक्सली गतिविधियों में शामिल थे।
एसपी आई. के. एलेसेला ने बताया कि पुलिस की लगातार कार्रवाई, पुनर्वास नीति और विकास कार्यों से क्षेत्र में नक्सल संगठन कमजोर हुआ है, जिसके चलते ये नक्सली मुख्यधारा में शामिल होने आगे आए हैं। पुलिस ने बताया कि इन चारों नक्सलियों को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सभी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।

केंद्र सरकार का लक्ष्य: 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का खात्मा
सरकार ने नक्सलवाद पूरी तरह मिटाने के लिए 31 मार्च 2026 की डेडलाइन तय की है। इसी मिशन के तहत सुरक्षाबलों ने पिछले कई महीनों में अभियान तेज कर दिया है। कुछ दिन पहले 3 दिसंबर को बीजापुर जिले में हुए बड़े एनकाउंटर में 18 नक्सली मारे गए थे। इस मुठभेड़ में डीआरजी के तीन साहसी जवान, हेड कांस्टेबल मोनू वडाड़ी, कांस्टेबल दुकारू गोंडे और जवान रमेश सोड़ी भी शहीद हुए।
2025 में अब तक कितने नक्सली ढेर हुए?
- छत्तीसगढ़ में कुल 281 नक्सली मारे गए
- इनमें से 252 बस्तर क्षेत्र में ढेर किए गए
- 27 नक्सली गरियाबंद जिले (रायपुर रेंज) में मारे गए
- 2 नक्सली मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी (दुर्ग रेंज) में मारे गए
- अब तक माओवादी हिंसा और मुठभेड़ों में 23 सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुए




