Mohit Jain
मध्य प्रदेश इस समय कड़ाके की ठंड की चपेट में है। राजधानी भोपाल में लगातार तीसरे दिन शीतलहर चल रही है, जबकि इंदौर, उज्जैन और जबलपुर संभाग के कई जिलों में कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है। बर्फीली हवाओं के कारण दिन और रात दोनों समय ठिठुरन महसूस की जा रही है।

रविवार रात भोपाल 7 डिग्री तक पहुंचा, शहडोल सबसे ठंडा
शनिवार और रविवार की दरमियानी रात भोपाल का न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इंदौर और ग्वालियर में पारा 8.4 डिग्री, जबकि जबलपुर में 8.6 डिग्री रहा। शहडोल का कल्याणपुर प्रदेश का सबसे ठंडा इलाका रहा, जहां लगातार दूसरी रात तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
प्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में तापमान 5.4 डिग्री रहा। वहीं उमरिया 6.1, राजगढ़ 6.6, रीवा 6.8, मलाजखंड 7.1, मंडला 7.4, खजुराहो 7.8, नौगांव, नरसिंहपुर और शिवपुरी में 8 डिग्री के आसपास तापमान दर्ज किया गया।
पश्चिमी विक्षोभ से बढ़ी ठंड, उत्तर से आ रही सर्द हवाएं
मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के कारण हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी और बारिश हो रही है। वहीं से ठंडी हवाएं मध्य प्रदेश में प्रवेश कर रही हैं। इसी वजह से ग्वालियर, चंबल, उज्जैन, भोपाल और सागर संभाग में शीतलहर का सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है।
अगले दो दिन और बढ़ेगी ठंड, कोल्ड वेव और कोल्ड डे दोनों का असर

मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक प्रदेश में कोल्ड वेव और कोल्ड डे दोनों स्थितियों के बने रहने का अलर्ट जारी किया है। इसका सबसे ज्यादा असर भोपाल और इंदौर में देखने को मिलेगा। पाकिस्तान के ऊपर एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जो हिमालयी क्षेत्र में नई बर्फबारी करा सकता है। इसका असर सीधे मध्य प्रदेश के मौसम पर पड़ेगा।
दिसंबर में भी टूट सकते हैं ठंड के रिकॉर्ड
मौसम विभाग के अनुसार, इस बार ठंड का असर असामान्य रूप से तेज है। भोपाल में नवंबर की ठंड ने 84 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जबकि इंदौर में 25 साल बाद सबसे ज्यादा ठंड दर्ज की गई है। इसी तरह की सर्दी दिसंबर महीने में भी बने रहने की संभावना जताई जा रही है।





