रिपोर्ट: शैलेंद्र पारे
रतलाम: जिले के धौंसवास गांव में गुरुवार सुबह प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान बड़ा हंगामा खड़ा हो गया दरअसल, गांव में शासकीय नाले की जमीन पर बन रही धर्मशाला को अतिक्रमण मानते हुए जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम भारी बल के साथ मौके पर पहुंची राजस्व और पंचायत विभाग द्वारा निर्माण कार्य रोकने के लिए पहले एक भी बार नोटिस जारी नहीं किया
सुबह कार्रवाई शुरू होते ही प्रशासन ने जेसीबी लगाकर निर्माणाधीन दीवार का एक हिस्सा तोड़ दिया यह खबर जैसे ही गांव में फैली, बड़ी संख्या में मालवीय समाज के लोग मौके पर पहुंच गए और विरोध शुरू कर दिया गुस्सा इतना बढ़ा कि ग्रामीण गांव के बाहर महू–नीमच नेशनल हाईवे पर पहुँच गए और सड़क पर बैठकर चक्काजाम कर दिया इससे हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात पूरी तरह ठप हो गया
समाजजनों का आरोप है कि प्रशासन ने बिना पूर्व सूचना के अचानक कार्रवाई की उनका कहना है कि धर्मशाला समाज के सहयोग से बनाई जा रही थी और बातचीत के बिना दीवार गिरा दी गई, जिससे ग्रामीणों में नाराज़गी फैल गई कुछ ग्रामीणों ने पटवारी, सरपंच और अन्य अधिकारियों पर पाँच लाख रुपये की अवैध मांग करने के भी गंभीर आरोप लगाए
प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि निर्माण पूरी तरह अवैध था और वैधानिक प्रक्रिया अपनाते हुए ही कार्रवाई की गई है नोटिस के बावजूद निर्माण नहीं रोका गया, जिसके चलते कठोर कदम उठाना आवश्यक था घटना के चलते कई घंटों तक यातायात बाधित रहा और प्रशासनिक नादानी का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ा





