Reporter: Himanshu Patel, Edit By; Mohit Jain
देश की आंतरिक सुरक्षा को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से चल रही DGP–IGP कॉन्फ्रेंस आज दूसरे दिन पहुंच गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक पूरे 12 घंटे कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहेंगे। इस दौरान वे लगभग चार बड़े मेगा सत्रों में हिस्सा लेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और शीर्ष सुरक्षा अधिकारी भी कार्यक्रम में मौजूद हैं।
इस वर्ष कॉन्फ्रेंस की थीम ‘विकसित भारत: सिक्योरिटी डाइमेंशन्स’ रखी गई है। इसमें पुलिसिंग की मुख्य चुनौतियों, सुरक्षा से जुड़े नए खतरे और आधुनिक तकनीक के उपयोग पर विस्तृत समीक्षा की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ‘सुरक्षित भारत’ बनाने के लिए आगे की रणनीति भी प्रस्तुत करेंगे।

कॉन्फ्रेंस में जिन प्रमुख विषयों पर चर्चा हो रही है, उनमें वामपंथी उग्रवाद, काउंटर टेररिज़्म, डिजास्टर मैनेजमेंट, महिलाओं की सुरक्षा, साइबर क्राइम, और पुलिसिंग में फोरेंसिक साइंस तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग शामिल है। देशभर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और सुरक्षा प्रशासक राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर गहन बातचीत कर रहे हैं।
इसके साथ ही पुलिस बलों के सामने आने वाली ऑपरेशनल, इंफ्रास्ट्रक्चरल और वेलफेयर से जुड़ी चुनौतियों पर भी व्यापक चर्चा होगी। क्राइम नियंत्रण, कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाए रखने और आंतरिक सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए प्रोफेशनल रणनीतियों पर विचार किया जाएगा।
PM मोदी अधिकारियों के साथ बिज़नेस सेशन, ब्रेक-आउट डिस्कशन और थीमैटिक डाइनिंग टेबल बातचीत के जरिए संवाद करेंगे। इस बार कॉन्फ्रेंस में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के गृह विभाग प्रमुखों के साथ-साथ DIG और SP रैंक के कुछ चुने हुए युवा अधिकारी भी शामिल हुए हैं, ताकि नए और इनोवेटिव सुझाव सामने आ सकें।





