श्योपुर — मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुरुवार को श्योपुर जिले के बड़ौदा तहसील मुख्यालय पहुंचेंगे, जहां वे पुलिस थाने के पास बने बड़े मैदान में आयोजित कार्यक्रम में छह जिलों के किसानों को फसल नुकसान का मुआवजा वितरित करेंगे। कार्यक्रम से पहले कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल को पुलिस ने नजरबंद कर लिया, जिससे राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है।मुख्यमंत्री एक ही क्लिक में 3 लाख 5 हजार 410 किसानों के खाते में 238 करोड़ 78 लाख रुपए ट्रांसफर करेंगे। यह राशि अतिवृष्टि, बाढ़ और पीला मौजेक रोग के कारण प्रभावित हुई फसलों की क्षति के लिए दी जा रही है।
श्योपुर जिले के धान प्रभावित 1 लाख 3 हजार 78 किसानों को 100 करोड़ 83 लाख रुपए, जबकि हरदा जिले के 95,989 किसानों को सोयाबीन के नुकसान पर 71 करोड़ 52 लाख रुपए मंजूर किए गए हैं। विदिशा जिले के किसानों को 29 करोड़ 15 लाख, नर्मदापुरम के प्रभावित किसानों को 19 करोड़ 84 लाख, धार जिले को 10 करोड़ 31 लाख और खंडवा जिले के 12,961 किसानों को 7 करोड़ 13 लाख रुपए का मुआवजा मिलेगा।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जिले में कई विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण भी करेंगे। इसमें सेसईपुरा में 2 करोड़ 75 लाख की लागत से बने आदिवासी बालक आश्रम का लोकार्पण, नर्सिंग कॉलेज भवन, 50 बिस्तरीय आयुष चिकित्सालय तथा बागवानी एवं खाद्य प्रसंस्करण केंद्र जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट शामिल हैं। इसके अलावा लहरौनी, बलावनी और डाबीपुरा में नए विद्युत उपकेंद्रों के निर्माण की आधारशिला भी रखी जाएगी।
विधायक बाबू जंडेल को पुलिस ने निगरानी में लिया
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से पहले कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल को पुलिस द्वारा नजरबंद किए जाने से राजनीतिक तनाव बढ़ गया है।जंडेल का कहना है कि वे मुख्यमंत्री से क्षेत्र की समस्याओं पर चर्चा करना चाहते थे, लेकिन उन्हें मिलने का समय नहीं दिया गया। उनका आरोप है कि विपक्षी विधायक होने के कारण उन्हें रोका गया है।
सुबह सिटी कोतवाली प्रभारी सतीश चौहान की टीम ने विधायक को पाली रोड स्थित उनके प्रतिष्ठान से हिरासत में लेकर पहले उनके निवास, फिर सिटी कोतवाली में नजरबंद रखा। फिलहाल उनकी नजरबंदी जारी है।इस घटनाक्रम के बीच बड़ौदा में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं।





