रिपोर्ट- ललित दुबे
ओंकारेश्वर: मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल ओंकारेश्वर में प्रस्तावित ममलेश्वर लोक विकास योजना को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया है। जन भावनाओं और स्थानीय विरोध को देखते हुए प्रशासन ने उस क्षेत्र में विस्तार की योजना को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर अपर कलेक्टर काशीराम बडोले ने इस संबंध में पत्र जारी किया, जिससे स्थानीय लोगों में हर्ष व्याप्त है।

क्या था विवाद?
ओंकारेश्वर में ममलेश्वर क्षेत्र के विकास के लिए ‘ममलेश्वर लोक’ बनाया जाना प्रस्तावित था। इसी क्रम में विगत दिनों में सर्वे कार्य शुरू किया गया था। उक्त सर्वे कार्य के दौरान, आम जनों ने विरोध स्वरूप ओंकारेश्वर बंद का आह्वान किया था, जिसके बाद प्रशासन को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा।
प्रशासन का बड़ा फैसला
आम जनता के विरोध और लोक भावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए प्रशासन ने यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अपर कलेक्टर काशीराम बडोले द्वारा जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि:
“वर्तमान में जिस जगह पर ममलेश्वर लोक का विस्तार किया जाना प्रस्तावित है, उसे तत्काल निरस्त किया जाता है। यदि जनभावनाओं के अनुसार अन्यत्र ममलेश्वर लोक का निर्माण किया जाता है, तो जनभावनाओं का आदर करते हुए यह निर्णय सर्व सहमती से लिया जाएगा।”
प्रशासन के इस कदम से यह साफ हो गया है कि ओंकारेश्वर का विकास अब स्थानीय निवासियों और संतों की सहमति के बिना आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। इस फैसले के बाद स्थानीय संत समुदाय और नागरिकों ने प्रशासन की संवेदनशीलता पर प्रसन्नता व्यक्त की है।





