
Mohit Jain
मध्यप्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में मौसम बदला हुआ है। आंधी, बारिश और गरज-चमक का सिस्टम सक्रिय होने से इंदौर, धार, खरगोन, बड़वानी, देवास, हरदा, बुरहानपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी और बालाघाट समेत 15 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, सिस्टम अगले 24 घंटे में और सक्रिय हो सकता है। दिवाली की रात जबलपुर में तेज बारिश के बाद मंगलवार को भोपाल और अन्य जिलों में बादल छाए रहे। कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी भी हुई।
रात में ठंड, दिन में गर्मी

प्रदेश में रात का तापमान घटकर ठंड का अहसास दे रहा है। भोपाल में रात का न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री, इंदौर में 18.6 डिग्री और ग्वालियर-उज्जैन में 19.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। दिन में हल्की धूप बनी रहेगी।
दतिया, धार, गुना, खरगोन, पचमढ़ी और रतलाम में पारा 20 डिग्री से नीचे दर्ज हुआ। मौसम विभाग ने कहा कि अक्टूबर के दौरान ऐसा ही मिश्रित मौसम जारी रहेगा।
नवंबर से शुरू होगी कड़ाके की ठंड
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, नवंबर से प्रदेश में कड़ाके की ठंड शुरू होगी, जो जनवरी तक रहेगी। इस बार फरवरी तक ठंड का असर महसूस हो सकता है।
प्रदेश में मानसून विदा हो चुका है। हालांकि मानसूनी बारिश के चलते सिंचाई और पेयजल के लिए पर्याप्त पानी मौजूद है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दक्षिणी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और आंधी का दौर अगले दो-तीन दिनों तक जारी रह सकता है।