by: vijay nandan
भोपाल: दिवाली जो रोशनी और समृद्धि का पर्व है, जो पूरे देश में बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है। यह पर्व कार्तिक मास की अमावस्या को आता है और माना जाता है कि इसी दिन भगवान श्रीराम 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे। भक्तजन इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और श्रीराम के दरबार का पूजन करते हैं।
दिवाली 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त:
- अमावस्या तिथि: 20 अक्टूबर 2025
- समय: दोपहर 3:44 बजे से 21 अक्टूबर शाम 5:55 बजे तक
- लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त: शाम 7:08 बजे से रात 8:18 बजे तक (समय: 1 घंटा 11 मिनट)
- चौघड़िया मुहूर्त:
अपराह्न: 03:44 PM – 05:46 PM
सायाह्न: 05:46 PM – 07:21 PM
रात्रि: 10:31 PM – 12:06 AM - उषाकाल: 01:41 AM – 06:26 AM

पूजन सामग्री: गणेश-लक्ष्मी मूर्ति, कुबेर यंत्र, चांदी का सिक्का, कलश, आम के पत्ते, फूल, चंदन, कपूर, केसर, वस्त्र, दीपक, मिट्टी के दीये, सुपारी, पान के पत्ते, नैवेद्य, मिठाई, पंच रत्न, और जल के पात्र।
पूजन विधि: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और पूजा स्थल को साफ करें।
लाल या पीले वस्त्र चौकी पर बिछाएं।
कलश में गंगाजल, पंचपल्लव, सप्तधान्य डालकर नारियल रखें।
गणेश जी का पूजन करके दूर्वा अर्पित करें और ‘ऊँ गं गणपतये नमः’ मंत्र का जाप करें।
मां लक्ष्मी का पूजन करें, पुष्प, अक्षत, दीप, फल, मिठाई और अन्य वस्तुएं अर्पित करें।
पूजन के बाद श्रीसूक्त और कनकधारा स्त्रोत का पाठ करें।
आरती और मंत्र:
श्री गणेश आरती: “जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा…”
श्री लक्ष्मी आरती: “ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निशदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता…”
गणेश मंत्र: “ॐ श्रीं गं सौम्याय गणपतये, वरवरद सर्वजन हृदयं स्तम्भय स्वाहा।”

विशेष ज्योतिषीय संयोग:
इस वर्ष हंस महापुरुष राजयोग बन रहा है, जो इस दिवाली को और भी शुभ और फलदायी बनाता है।
इस दिवाली अपने घरों को दीपों की रौशनी और सकारात्मक ऊर्जा से सजाएँ और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करें।
इस वर्ष दिवाली पर एक विशेष और शुभ योग बन रहा है, जिसे हंस महापुरुष राजयोग कहा जाता है। यह योग तब बनता है जब गुरु ग्रह (बृहस्पति) अपनी उच्च राशि कर्क में स्थित होता है। ज्योतिष में इसे बेहद शुभ माना जाता है और यह व्यक्ति के जीवन में वैभव, सम्मान, बुद्धि और समृद्धि लाने वाला होता है। दिवाली जैसे पावन पर्व पर इस योग का बनना इस दिन की धार्मिक और ज्योतिषीय महत्ता को और बढ़ा देता है।
राशियों पर प्रभाव:
मिथुन राशि: इस दिवाली करियर में सफलता और नई जिम्मेदारियों के योग बन सकते हैं। धन संबंधी समस्याएं दूर होंगी और निवेश से लाभ मिलने की संभावना है। दांपत्य जीवन में भी मधुरता बनी रहेगी।
कर्क राशि: गुरु ग्रह की उच्च स्थिति कर्क राशि के जातकों के लिए सबसे अधिक लाभदायक है। नौकरी और व्यापार में सफलता मिलेगी। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और आय के नए स्रोत खुल सकते हैं। पारिवारिक और वैवाहिक जीवन भी सुखमय रहेगा।
तुला राशि: तुला राशि वालों के लिए यह दिवाली लाभकारी रहेगी। रुका हुआ भुगतान मिल सकता है और अचानक लाभ के योग बन सकते हैं। व्यापार में नई डील से मुनाफा होने की संभावना है। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन और नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं।
मकर राशि: मकर राशि के जातकों को दिवाली पर विशेष धनलाभ हो सकता है। अटका हुआ कार्य पूरा होगा और नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति या वेतन वृद्धि मिल सकती है। व्यवसाय में नई डील या निवेश से अच्छा लाभ मिलने की संभावना है।
कुंभ राशि: कुंभ राशि वालों के लिए समय बहुत शुभ है। अचानक धन प्राप्ति और व्यापार में तरक्की के योग बन रहे हैं। नौकरीपेशा लोगों को नई जिम्मेदारियां मिलेंगी, जिससे सम्मान बढ़ेगा। निवेश से अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना है। वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा और अविवाहितों के लिए अच्छे प्रस्ताव आ सकते हैं।
नोट: ये जानकारी सामान्य ज्योतिषीय मान्यताओं और पंचांग पर आधारित है। व्यक्तिगत निर्णयों के लिए विशेषज्ञ से सलाह लेना उचित होगा।