BY: Yoganand Shrivastva
ग्वालियर | ग्वालियर में रिश्तों को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां भाभी ने अपनी सहेली के साथ मिलकर अपने देवर को हनी ट्रैप में फंसा लिया। रुपए न देने पर युवक को बंधक बनाकर पीटा गया और 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक फरार है।
दोस्ती के बहाने बुलाया जाल में
पीड़ित रविन्द्र कुशवाह (23) मुरैना जिले के रिठौरा कलां, पिपरसेवा गांव का रहने वाला है। उसने बताया कि उसकी रिश्तेदार भाभी ओमवती ने उसे फोन कर मिलने के लिए बुलाया और कहा कि वह उसे अपनी सहेली रूकमणि से मिलवाना चाहती है। बुधवार को रविन्द्र भाभी के घर पहुंचा, जहां थोड़ी देर बाद ओमवती रूकमणि को लेकर आई। तीनों ने साथ में खाना खाया और इसके बाद भाभी ने रविन्द्र और रूकमणि को गोवर्धन कॉलोनी में रूकमणि के भाई के घर भेज दिया। रात करीब 11:30 बजे, रूकमणि के कहने पर रविन्द्र ने अपने कपड़े उतारे। तभी अचानक भाभी ओमवती तीन लड़कों के साथ कमरे में घुस आई और रविन्द्र पर आरोप लगाकर उसे धमकाने लगी। आरोपियों ने उसका मोबाइल, 8 हजार रुपए नकद और बाइक छीन ली।
बंधक बनाकर मारपीट और ब्लैकमेल
रविन्द्र के अनुसार, आरोपियों ने उसके हाथ-पैर बांध दिए और बेरहमी से पीटा। इसके बाद उससे 10 लाख रुपए की मांग की, धमकाते हुए कहा कि अगर पैसे नहीं दिए तो उसके खिलाफ झूठा मामला दर्ज करवा देंगे। किसी तरह वह जान बचाकर भागा और गोला का मंदिर थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
चार आरोपी पकड़े गए, एक अभी फरार
शिकायत के बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर कौशल परमार और अंकित वर्मा को गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद भाभी ओमवती और उसकी सहेली रूकमणि को भी पकड़ा गया। फिलहाल एक आरोपी आदित्य सिंह फरार है, जिसे जल्द गिरफ्तार किए जाने की संभावना है।
पुलिस की कार्रवाई
सीएसपी रोबिन जैन ने बताया कि यह पूरा मामला पूर्वनियोजित हनी ट्रैप और ब्लैकमेलिंग का है। भाभी और उसकी सहेली ने देवर को फंसाने के लिए योजना बनाई थी। चारों आरोपियों से पूछताछ जारी है और फरार आरोपी की तलाश में टीमें गठित की गई हैं।





