टाटा स्टील का शेयर प्राइस NSE पर 5% बढ़कर ₹157.15 तक पहुंच गया, क्योंकि कंपनी ने Q4 FY25 के मजबूत नतीजे पेश किए और FY26 के लिए ₹15,000 करोड़ के कैपिटल एक्सपेंडिचर (कैपेक्स) प्लान की घोषणा की। निवेशकों को कंपनी की भारत में विस्तार योजना और यूरोप में कार्बन उत्सर्जन कम करने की रणनीति पसंद आई।
इस लेख में हम जानेंगे:
✔ Q4 रिजल्ट के मुख्य आंकड़े
✔ FY26 में ₹15,000 करोड़ कैपेक्स का ब्रेकअप
✔ यूके और नीदरलैंड्स में ग्रीन स्टील पहल
✔ शेयर प्राइस ट्रेंड और भविष्य की संभावनाएं
टाटा स्टील Q4 रिजल्ट: मुनाफा दोगुना, राजस्व में मामूली गिरावट
टाटा स्टील ने Q4 FY25 में कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 2 गुना बढ़ाकर ₹1,200.88 करोड़ करने में सफलता हासिल की, हालांकि कुल आय में 3.7% की गिरावट दर्ज की गई।
मुख्य वित्तीय हाइलाइट्स
- भारत में परफॉर्मेंस: राजस्व ₹34,661 करोड़, EBITDA ₹7,418 करोड़
- यूके में परफॉर्मेंस: राजस्व £551 मिलियन, EBITDA लॉस £80 मिलियन
- नीदरलैंड्स में परफॉर्मेंस: राजस्व €624 मिलियन, EBITDA €14 मिलियन
कंपनी ने लागत कम करने और दक्षता बढ़ाने की रणनीति से वैश्विक स्टील मांग में कमी का असर कम किया।
FY26 कैपेक्स प्लान: ₹15,000 करोड़ का निवेश कहां होगा?
टाटा स्टील ने FY26 के लिए ₹15,000 करोड़ के निवेश की योजना बनाई है, जिसमें भारत को प्राथमिकता दी गई है।
क्षेत्र | निवेश (₹ करोड़ में) | मुख्य प्रोजेक्ट्स |
---|---|---|
भारत | 11,000 (73%) | – कालिंगानगर में 5 MTPA ब्लास्ट फर्नेस का विस्तार – लुधियाना में इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस (EAF) का निर्माण |
यूके | 1,900 (13%) | – पोर्ट टालबोट में EAF प्रोजेक्ट (कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए) |
नीदरलैंड्स | 2,100 (14%) | – IJmuiden प्लांट में डीकार्बोनाइजेशन और पर्यावरण अनुकूलन |
निवेशकों के लिए क्यों मायने रखता है यह प्लान?
✅ भारत पर फोकस: कुल निवेश का 80% भारत में विस्तार पर खर्च होगा।
✅ ग्रीन स्टील की ओर बढ़त: यूके में ब्लास्ट फर्नेस से EAF तक शिफ्ट होगा, जिससे प्रदूषण कम होगा।
✅ लागत बचत: यूरोप में फिक्स्ड कॉस्ट कम करने की कोशिशें जारी।
डीकार्बोनाइजेशन और सस्टेनेबिलिटी पहल
1. यूके: पोर्ट टालबोट में EAF प्रोजेक्ट
- टाटा स्टील का 3 MTPA का यूके प्लांट अब ब्लास्ट फर्नेस की जगह EAF पर शिफ्ट होगा।
- जुलाई 2025 से शुरू होगा काम, स्थानीय स्क्राप मेटल का उपयोग होगा।
- इससे कार्बन फुटप्रिंट कम होगा और लागत भी नियंत्रित रहेगी।
2. नीदरलैंड्स: IJmuiden प्लांट में सुधार
- FY25 में 6.75 MTPA का प्रोडक्शन हुआ।
- डच सरकार के साथ डीकार्बोनाइजेशन फंडिंग पर बातचीत जारी।
- उत्पादन दक्षता बढ़ाने और मार्जिन सुधारने पर फोकस।
कर्मचारियों की चिंताओं का समाधान: यूरोप में संघों के साथ शांतिपूर्ण समाधान के लिए बातचीत जारी।
टाटा स्टील शेयर प्राइस ट्रेंड और भविष्य की संभावनाएं
- 15 मई 2025 को 5% की तेजी, शेयर ₹157.15 तक पहुंचा।
- 6 महीने में 13% और 30 दिनों में 14% रिटर्न – सेक्टर से बेहतर प्रदर्शन।
आगे क्या हो सकता है?
🔹 कालिंगानगर विस्तार से भारत में प्रोडक्शन क्षमता बढ़ेगी।
🔹 यूके में EAF अपनाने से FY27 तक मार्जिन सुधर सकता है।
🔹 नीदरलैंड्स में सरकारी समर्थन से और फंडिंग मिल सकती है।
निष्कर्ष: क्या आपको निवेश करना चाहिए?
टाटा स्टील का भारत में विस्तार, यूरोप में रणनीतिक बदलाव, और ग्रीन स्टील पर फोकस इसे लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए आकर्षक बनाता है। हालांकि, ग्लोबल स्टील मांग में उतार-चढ़ाव और यूरोप में हाई कॉस्ट जोखिम बने हुए हैं।
📌 मुख्य संदेश: शेयर में हालिया तेजी कैपेक्स प्लान और मुनाफे में सुधार में निवेशकों के भरोसे को दिखाती है।