BY: MOHIT JAIN
टाटा मोटर्स की प्रीमियम हैचबैक कार अल्ट्रोज ने भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (BNCAP) में अपनी सुरक्षा का नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। कार ने एडल्ट और चाइल्ड ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन दोनों में 5 स्टार क्रैश टेस्ट रेटिंग हासिल की है। इससे पहले यह मुकाम मारुति बलेनो के पास था, जिसे जुलाई 2025 में 4 स्टार रेटिंग मिली थी।
टाटा अल्ट्रोज के सभी वैरिएंट्स पर यह सुरक्षा रेटिंग लागू होगी, और अब तक टाटा की हर कार ने BNCAP में 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग प्राप्त की है।
क्रैश टेस्ट में कार की प्रदर्शन

एडल्ट ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन:
- फ्रंटल इम्पैक्ट टेस्ट: 64 km/h की रफ्तार में कार ने 16 में से 15.55 अंक हासिल किए। ड्राइवर और को-ड्राइवर के शरीर के अधिकांश हिस्सों को अच्छी सुरक्षा मिली, जबकि पैरों की हड्डियों को मार्जिनल सुरक्षा मिली।
- साइड इम्पैक्ट टेस्ट: 50 km/h की स्पीड पर साइड इम्पैक्ट में कार ने 16 में से 14.11 अंक प्राप्त किए। सिर और एब्स की सुरक्षा अच्छी रही, जबकि छाती और पेट की सुरक्षा मामूली स्तर की पाई गई।
- साइड पोल टेस्ट: इस टेस्ट में भी सभी ऑक्युपेंट्स को अच्छी सुरक्षा मिली।
इन तीनों टेस्ट के आधार पर टाटा अल्ट्रोज को एडल्ट प्रोटेक्शन कैटेगरी में 32 में से 29.65 अंक और 5 स्टार रेटिंग दी गई।
चाइल्ड ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन:
- 18 महीने और 3 साल के बच्चों की डमी को चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम में उल्टी दिशा में रखा गया।
- कार ने इस कैटेगरी में 49 में से 44.90 अंक हासिल किए।
- डायनामिक स्कोर: 24 में से 23.90, CRS इंस्टॉलेशन: 12 में से 12, व्हीकल असिसमेंट: 13 में से 9।
फ्रंटल और साइड क्रैश टेस्ट में बच्चों की डमी ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जिससे कार को चाइल्ड ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन में 5 स्टार रेटिंग मिली।
सेफ्टी फीचर्स और टेक्नोलॉजी

टाटा अल्ट्रोज में आधुनिक और व्यापक सेफ्टी फीचर्स शामिल हैं:
- 6 एयरबैग (स्टैंडर्ड)
- ABS और EBD
- इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC)
- 360-डिग्री कैमरा
- टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS)
- सभी सीटों पर सीटबेल्ट रिमाइंडर
- पीछे की सीटों में ISOFIX चाइल्ड सीट माउंट
कीमत और मुकाबला
टाटा अल्ट्रोज फेसलिफ्ट की कीमत 6.89 लाख रुपए से 11.49 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) तक है। यह मारुति बलेनो, हुंडई i20 और टोयोटा ग्लैंजा जैसी प्रीमियम हैचबैक कारों से सीधे मुकाबला करती है।
क्रैश टेस्ट प्रक्रिया
BNCAP क्रैश टेस्ट में कार की वास्तविक सुरक्षा का आकलन तीन चरणों में किया जाता है:
- इंसान जैसी डमी को कार में बैठाकर फ्रंटल, साइड और पोल इम्पैक्ट टेस्ट।
- कार को फिक्स्ड स्पीड पर डिफॉर्मेबल बैरियर से टकराना।
- टेस्ट के बाद डमी और कार पर हुए नुकसान, एयरबैग और सुरक्षा फीचर्स की प्रभावशीलता के आधार पर रेटिंग।





