नई दिल्ली: एक अदालत ने कहा है कि मुंबई आतंकी हमले (26/11) के मास्टरमाइंड ताहव्वुर हुसैन राणा ने भारत की सीमाओं से परे एक साजिश के तहत नई दिल्ली को 26/11 जैसे हमले के लिए चुना था।
एनआईए की विशेष अदालत के जज चंदर जीत सिंह ने 10 अप्रैल को एक आदेश में कहा कि जांच एजेंसी द्वारा पेश किए गए सबूतों से यह साफ होता है कि यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है।
क्या कहा कोर्ट ने?
- जज ने कहा कि साजिश सिर्फ भारत तक सीमित नहीं थी, बल्कि इसका दायरा अंतरराष्ट्रीय था।
- राणा और उसके साथियों ने भारत के कई शहरों, खासकर दिल्ली, को निशाना बनाने की योजना बनाई थी।
- जज ने राणा को 18 दिनों की एनआईए हिरासत में भेजा ताकि उससे पूछताछ की जा सके।
- राणा को गवाहों, फॉरेंसिक सबूतों और दस्तावेजों के साथ कन्फ्रंट किया जाएगा।
राणा का स्वास्थ्य और अमेरिका की गारंटी
- राणा ने अपनी सेहत का हवाला देकर भारत लाए जाने का विरोध किया था, लेकिन अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने उसकी याचिका खारिज कर दी।
- अदालत ने एनआईए को निर्देश दिया कि राणा की हर 48 घंटे में मेडिकल जांच की जाए और उसे जरूरी इलाज मुहैया कराया जाए।
कौन है ताहव्वुर राणा?
- राणा, 26/11 हमले के मुख्य साजिशकर्ता डेविड कोलमन हेडली का करीबी सहयोगी है।
- वह पाकिस्तानी मूल का कनाडाई व्यवसायी है और उसे अमेरिका से भारत लाया गया है।
- 26/11 हमले में 166 लोग मारे गए थे, जब 10 पाकिस्तानी आतंकियों ने मुंबई में हमला किया था।
आगे की जांच
एनआईए अब राणा को उन जगहों पर ले जा सकती है जहां उसने और उसके साथियों ने हमले की तैयारी की थी। इससे पूरी साजिश का पता लगाने में मदद मिलेगी।