संवाददाता: आगस्टीन हेम्बरम
दुमका जिले के निश्चितपुर स्थित संत जेवियर्स स्कूल, गादी जुरुलिया में मंगलवार को द्वितीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रेव. के. सी. स्टीफेन, प्रेसिडेंट ऑफ जेवियर एजुकेशन सोसाइटी दुमका रायगंज, और विशिष्ट अतिथि जोहारी डायरेक्टर जॉन फेलिक्स उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि का संदेश: “जिज्ञासा, रचनात्मकता और साहस जरूरी”
रेव. के. सी. स्टीफेन ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि
- 21वीं सदी केवल पढ़ाई तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें विज्ञान, तकनीकी ज्ञान और शोध कार्यों में दक्षता जरूरी है।
- उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे जिज्ञासा, रचनात्मकता और साहस को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।
- उन्होंने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में विश्लेषणात्मक सोच और तथ्यपरक शोध से ही प्रगति संभव है।
प्राचार्य का संदेश: सर्वांगीण विकास पर जोर
स्कूल के प्राचार्य रेव. जैकब चिन्नप्पन ने बताया कि
- बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।
- हर माह बच्चों के लिए क्विज, भाषण, नृत्य, चित्रांकन, खेलकूद और पेंटिंग जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है।
- उन्होंने कहा कि बच्चे केवल पढ़ाई से नहीं बल्कि प्रैक्टिकल गतिविधियों से अधिक सीखते हैं।
- उन्होंने बच्चों को हमेशा “क्यों” का उत्तर खोजने के लिए प्रेरित किया।
छात्रों की प्रस्तुतियाँ: विज्ञान और कला का संगम
विज्ञान प्रदर्शनी में छात्रों ने थर्माकोल, इलेक्ट्रिसिटी मॉडल, चार्ट पेपर और मिट्टी के सांचे का उपयोग कर अनेक रोचक मॉडल प्रस्तुत किए। इनमें शामिल थे:
- ग्रीन हाउस, सोलर हाउस और विंडमिल
- हाइड्रो इलेक्ट्रिसिटी पावर प्लांट और रेन वाटर हार्वेस्टिंग
- ह्यूमन हार्ट, एनिमल सेल, पॉलिनेशन और ग्रीन हाउस इफेक्ट
- स्मार्ट डस्टबिन और वाटर प्यूरीफायर
- ग्लोबल वार्मिंग और प्रदूषण रोकने के उपाय
- साथ ही भाषाई और प्रशासनिक मॉडल जैसे पार्ट ऑफ स्पीच, वर्ब्स, टेंस, प्रशासनिक ढांचा आदि।
अभिभावकों और बच्चों की बड़ी भागीदारी
इस विज्ञान प्रदर्शनी में 600 से अधिक छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। बड़ी संख्या में अभिभावक भी उपस्थित रहे और बच्चों की रचनात्मकता की सराहना की।
कार्यक्रम को सफल बनाने में प्राचार्य रेव. जैकब के मार्गदर्शन में शिक्षकों पतृस, विकास, सिस्टर एनसी और फा. डेनिस सहित अन्य शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।