साल 2028 में उज्जैन में लगने वाले सिंहस्थ कुंभ मेले को लेकर रेलवे ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस ऐतिहासिक धार्मिक आयोजन में एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद जताई गई है।
रेलवे के मुताबिक, इस विशाल जनसैलाब को संभालने के लिए 100 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी, जो देश के अलग-अलग हिस्सों से श्रद्धालुओं को उज्जैन लाएंगी।
विशेष तैयारियां: 22 नई रेल लाइनें बिछाई जाएंगी
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार ने जानकारी दी कि:
- सिंहस्थ के दौरान ट्रेन पार्किंग और यातायात को नियंत्रित करने के लिए 22 नई रेल लाइनें बिछाई जा रही हैं।
- इनमें से 9 लाइनें केवल उज्जैन स्टेशन पर स्थापित की जाएंगी।
- साथ ही इंदौर, महू, लक्ष्मीबाई नगर और अन्य स्टेशनों पर भी अधोसंरचना को अपग्रेड किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि मेले के दौरान रेल यात्रा को सुविधाजनक और यादगार बनाने की पूरी कोशिश की जाएगी।
2016 बनाम 2028: यात्रियों की संख्या में पांच गुना बढ़ोतरी
रेलवे आंकड़ों के अनुसार:
- 2016 में हुए सिंहस्थ कुंभ के दौरान लगभग 20 लाख श्रद्धालु ट्रेन से उज्जैन पहुंचे थे।
- 2028 में यह संख्या बढ़कर 1 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है।
- इसी अनुमान के आधार पर रेलवे अतिरिक्त ट्रेन सेवाएं और सुविधाएं जोड़ने में जुटा है।
इंदौर-दाहोद रेल प्रोजेक्ट पर भी तेजी
रेलवे प्रमुख ने यह भी बताया कि इंदौर-दाहोद रेल परियोजना पर तेजी से काम हो रहा है:
- अब तक 32 किलोमीटर रेल लाइन बिछाई जा चुकी है।
- वित्त वर्ष के अंत तक 132 किलोमीटर तक ट्रैक बिछाने का लक्ष्य है।
- इसके बाद के हिस्से में जमीन की जटिलता के कारण परियोजना को पूरा होने में तीन साल का समय लग सकता है।
श्रद्धालुओं के लिए यादगार बनेगा सिंहस्थ 2028
रेलवे की इस व्यापक योजना और प्रारंभिक तैयारियों से साफ है कि 2028 का सिंहस्थ कुंभ ना केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि प्रबंधन और सुविधा के लिहाज से भी एक नया कीर्तिमान रचने वाला है।
रेल यात्रा को सुविधाजनक, सुरक्षित और सुगम बनाने की दिशा में रेलवे की यह पहल, करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए सकारात्मक अनुभव साबित होगी।





