मुंबई, महाराष्ट्र – अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई राजभवन में एक विशेष राज्य स्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता की। यह आयोजन ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के दस वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर, राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली 10 विशिष्ट महिलाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे, राज्य मंत्री मेघना बोरडिकर, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर, मुख्य सचिव सुजाता सौनिक और महिला एवं बाल कल्याण विभाग के सचिव डॉ. अनूप कुमार यादव भी उपस्थित रहे।
सम्मानित महिलाओं की सूची
इस विशेष कार्यक्रम में जिन महिलाओं को सम्मानित किया गया, उनमें शामिल हैं:
- केया हटकर – दिव्यांग युवा लेखिका
- प्रियंका इंगले – भारतीय महिला खो-खो टीम की कप्तान
- अंतरा मेहता – नागपुर की फाइटर पायलट
- अपूर्वा अलतकर – पुणे मेट्रो की पहली महिला लोको पायलट
- मुमताज काजी – डीजल इंजन ट्रेन चलाने वाली पहली महिला लोको पायलट
- रूपाली बडवे – वरिष्ठ पत्रकार
- सुमन धामने – सोशल मीडिया स्टार और शेफ (अहिल्यानगर)
- डायना एडुल्जी – भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान
- नागपुर महिला सम्मान क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी की पदाधिकारी
- सुजाता सौनिक – महाराष्ट्र की पहली महिला मुख्य सचिव
मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन रुपया कार्ड का अनावरण
इस अवसर पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने ‘मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन रुपया कार्ड’ का अनावरण किया। साथ ही, महिला एवं बाल विकास आयुक्त नयना गुंडे ने उपस्थित लोगों को ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की शपथ दिलाई।
इसके अतिरिक्त, राज्यपाल ने एकीकृत बाल विकास सेवा योजना द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘एक बच्चे के प्रथम 1000 स्वर्णिम दिन’ का विमोचन किया।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और उनके उत्कृष्ट योगदान को समाज के सामने लाना था।
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