Report: Mulchand
Neemuch News: नीमच–निम्बाहेड़ा (चित्तौड़गढ़) मार्ग पर शुक्रवार देर रात एक भीषण सड़क हादसे ने खुशहाल परिवारों की खुशियां छीन लीं। निम्बाहेड़ा सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत मुख्यमंत्री जन आवास योजना के पास रात करीब साढ़े दस बजे हुए इस दर्दनाक हादसे में नीमच जिले के सरवानिया महाराज निवासी दंपति सहित तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे की भयावहता इतनी अधिक थी कि घटनास्थल पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह दुर्घटना तीन वाहनों—एक पिकअप, एक मारुति ओमनी वैन और एक थार कार—की आपसी भिड़ंत के कारण हुई। बताया जा रहा है कि पिकअप वाहन सड़क किनारे खड़ा था और उसका चालक व सहचालक टायर बदलने का काम कर रहे थे। उसी दौरान पीछे से आ रही मारुति ओमनी वैन अचानक अनियंत्रित हो गई और सीधे खड़ी पिकअप से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि वैन के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए।
इसी बीच, तेज रफ्तार से आ रही एक थार कार भी घटनास्थल पर पहुंच गई और पहले से टकराए दोनों वाहनों से जा भिड़ी। तीनों वाहनों की भिड़ंत ने हादसे को और भयावह बना दिया। टक्कर की आवाज दूर तक सुनाई दी, जिससे आसपास के लोग मौके पर दौड़ पड़े। क्षतिग्रस्त वाहनों और सड़क पर बिखरे मलबे को देखकर हर कोई स्तब्ध रह गया।
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों की मदद से घायलों और मृतकों को नजदीकी चिकित्सालय पहुंचाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने मारुति ओमनी वैन चालक लखन मालू और उनकी पत्नी सरिता मालू को मृत घोषित कर दिया। दोनों नीमच जिले के सरवानिया महाराज के निवासी बताए गए हैं। इस दुर्घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी, खासकर सरवानिया महाराज गांव में मातम का माहौल बन गया।
वहीं, पिकअप वाहन चालक बस्तीतीलाल प्रजापत, निवासी भुवानिया खेड़ी (जिला मंदसौर), को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था, जहां उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। इस प्रकार इस हादसे में कुल तीन लोगों की जान चली गई। पिकअप वाहन में मौजूद सहचालक हस्तीमल पामेचा गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनकी स्थिति नाजुक बताई जा रही है। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए चित्तौड़गढ़ जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है।
घटना की सूचना मिलते ही निम्बाहेड़ा कोतवाली और सदर थाना पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया, यातायात को नियंत्रित किया और क्षतिग्रस्त वाहनों को सड़क से हटवाया। हादसे के कारण कुछ समय तक मार्ग पर आवागमन प्रभावित रहा, जिसे बाद में सामान्य किया गया।
पुलिस ने बताया कि मृतकों के शवों को जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में सुरक्षित रखवाया गया है। परिजनों के पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी। प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण तेज रफ्तार और अचानक नियंत्रण खोना माना जा रहा है, हालांकि पूरे मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।
इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और तेज गति से वाहन चलाने के खतरों को उजागर कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन इसके बावजूद सावधानी और सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए जाते। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस घटना से सबक लेकर भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए क्या कदम उठाता है।





