इंदौर: शहर में बढ़ती नशाखोरी और आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए इंदौर पुलिस ने ‘नई उम्मीद’ अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान के तहत हर शनिवार को नाबालिग बच्चों और उनके परिजनों के साथ बैठक आयोजित की जाती है, जिसमें उन्हें नशे और अपराध के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाता है।
अब इस अभियान को और प्रभावी बनाते हुए पुलिस उन परिजनों पर भी कार्रवाई करने के मूड में है, जिनके नाबालिग बच्चे लगातार अपराधों में संलिप्त पाए जा रहे हैं।
‘नई उम्मीद’ अभियान की शुरुआत
इंदौर पुलिस, सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से, शहर में नशाखोरी और अपराधों को रोकने के लिए विभिन्न प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में जोन-3 के एडिशनल डीसीपी राम स्नेही मिश्रा ने ‘नई उम्मीद-नई शुरुआत’ अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान के तहत, थाने स्तर पर उन नाबालिग बच्चों की पहचान की गई, जो नशाखोरी और आपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे।
पुलिस ने ऐसे 250 से अधिक नाबालिग बच्चों को चिह्नित किया और उनके परिजनों के साथ बैठकें आयोजित कीं। इन बैठकों में बच्चों को नशे और अपराध के दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया और अपराध न करने की शपथ दिलाई गई।
परिजनों पर होगी कार्रवाई
हालांकि, कई नाबालिग बच्चे ऐसे हैं, जो लगातार अपराधों को अंजाम दे रहे हैं और उन पर एक या अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। अब पुलिस ने उनके परिजनों को स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि यदि उनके बच्चे अपराधों में संलिप्त पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि अपराध और नशे की लत का प्रमुख कारण गलत संगति और परवरिश होती है। कई मामलों में यह देखा गया है कि अपराधी बच्चों के परिजन भी नशे के आदी होते हैं और खुद भी किसी न किसी आपराधिक गतिविधि में लिप्त रहते हैं। ऐसे में बच्चों पर गलत प्रभाव पड़ता है और वे अपराध की दुनिया में कदम रख देते हैं।
भविष्य में हो सकती है सख्त कार्रवाई
फिलहाल पुलिस परिजनों को समझाइश और चेतावनी देकर उन्हें सुधारने का अवसर दे रही है। लेकिन यदि इसके बावजूद नाबालिग अपराधों में शामिल रहते हैं, तो पुलिस परिजनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगी।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नाबालिगों को अपराध और नशे की दुनिया से बाहर निकालकर समाज की मुख्यधारा में लाना है। पुलिस का यह कदम इंदौर शहर में अपराध नियंत्रण और नशामुक्ति की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकता है।