मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने ग्वालियर में आयोजित एक कार्यक्रम में घोषणा की कि प्रदेश में डॉक्टरों के रिक्त पदों को जल्द भरा जाएगा। उन्होंने ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज के विकास के लिए 700 करोड़ रुपये की योजना की भी घोषणा की।
मुख्य बिंदु:
- स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार:
- उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हर क्षेत्र में उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हों।
- जिला अस्पतालों, सिविल अस्पतालों और ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों का विस्तार किया जाएगा, ताकि गजराराजा मेडिकल कॉलेज जैसे बड़े अस्पतालों पर मरीजों का दबाव कम हो।
- डॉक्टरों और स्टाफ की भर्ती:
- रिक्त पदों को शीघ्र भरने के निर्देश दिए गए।
- नर्सों और वार्ड बॉय के पदों को भी जल्द भरा जाएगा।
- आरक्षित श्रेणियों के पद यदि नहीं भरे जा रहे हैं, तो कंसल्टेंट डॉक्टरों की नियुक्ति पर विचार किया जाएगा।
- दवाओं की उपलब्धता:
- अस्पतालों में दवाओं की कमी न हो, इसके लिए प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र से दवाएं खरीदी जाएंगी।
- कानून-व्यवस्था पर बयान:
- उपमुख्यमंत्री ने सागर और रतलाम की हिंसक घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “एमपी शांति का टापू था और रहेगा।”
- कानून तोड़ने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया:
कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने आरोप लगाया कि “बीजेपी सरकार धर्म और जाति के नाम पर नफरत फैला रही है।” उन्होंने कहा कि राहुल गांधी मोहब्बत की बात करते हैं, लेकिन बीजेपी हिंसा को बढ़ावा दे रही है।
निष्कर्ष:
मध्य प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने पर जोर दे रही है, लेकिन कानून-व्यवस्था और सामाजिक सद्भाव को लेकर विवाद भी जारी है। अब देखना होगा कि डॉक्टरों की भर्ती और अस्पतालों का विकास कितनी जल्दी हो पाता है।