पंजाब के मोहाली ज़िले के औद्योगिक क्षेत्र, फेज़-9 में बुधवार सुबह करीब 9 बजे एक ऑक्सीजन सिलेंडर प्लांट में भीषण विस्फोट हुआ। धमाका इतना तेज़ था कि इसकी आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।
मौत और घायल
- इस हादसे में दो लोगों – आसिफ और देवेंद्र – की मौत हो गई है।
- तीन अन्य गंभीर रूप से झुलस गए हैं, जिन्हें मोहाली के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
- घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है और डॉक्टरों की टीम उनकी निगरानी कर रही है।
विस्फोट का कारण अब तक अज्ञात
अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट के पीछे की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सकी है।
- पुलिस और फॉरेंसिक टीमें जांच में जुटी हैं।
- प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सिलेंडर हैंडलिंग के दौरान विस्फोट की आशंका जताई जा रही है, लेकिन पुष्टि नहीं हुई है।
प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी
- घटना के तुरंत बाद डीएसपी हरसिमरन सिंह बल समेत पुलिस बल मौके पर पहुंचा।
- उप-मंडल मजिस्ट्रेट और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी स्थिति का जायज़ा लेने पहुंचे।
- क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई है ताकि आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
डीएसपी का बयान
डीएसपी हरसिमरन सिंह बल ने बताया:
“सुबह करीब 9 बजे हमें धमाके की सूचना मिली। मौके पर पहुंचने पर दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल पाए गए। हमने तुरंत रेस्क्यू और मेडिकल सहायता शुरू कर दी।”
#WATCH | SAS Nagar, Punjab | On explosion in oxygen cylinder manufacturing plant, DSP Harsimran Singh Bal says, "A blast occurred at this plant leading to two casualties – Asif and Devender… This occurred at 9 AM and we reached well in time…" https://t.co/mZrTROu26k pic.twitter.com/u0CRAurgmI
— ANI (@ANI) August 6, 2025
सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल
इस हादसे ने औद्योगिक इकाइयों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- क्या प्लांट में पर्याप्त सुरक्षा उपाय थे?
- क्या कर्मचारियों को सुरक्षा प्रशिक्षण दिया गया था?
इन सवालों के जवाब आने वाली जांच में मिल सकते हैं।
आगे की कार्रवाई
- पुलिस ने अज्ञात कारणों से विस्फोट का मामला दर्ज कर लिया है।
- फॉरेंसिक टीम और फायर डिपार्टमेंट की रिपोर्ट का इंतज़ार किया जा रहा है।
- प्रशासन ने कहा है कि लापरवाही साबित होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मोहाली में हुआ यह हादसा एक चेतावनी है कि कैसे औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा को लेकर लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। इस घटना ने दो ज़िंदगियाँ छीन ली हैं और कई परिवारों को दर्द में डाल दिया है। अब ज़रूरत है पूरी पारदर्शिता और सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल की।