लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बसपा प्रमुख मायावती ने बड़ा फैसला लेते हुए अपने भतीजे आकाश आनंद को सभी पदों से हटा दिया है। इस बैठक में मायावती ने आनंद कुमार और रामजी गौतम को पार्टी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी हैं।
बैठक में नहीं पहुंचे आकाश आनंद
लखनऊ में आयोजित इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में बसपा के तमाम वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए, लेकिन आकाश आनंद इसमें नहीं पहुंचे। इससे पहले भी मायावती और आकाश आनंद के बीच कई बार मतभेद देखने को मिले थे। कुछ समय पहले मायावती ने अपने समधी अशोक सिद्धार्थ को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया था और आकाश आनंद को चेतावनी दी थी।
जीते जी कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा: मायावती
लोकसभा चुनाव के दौरान मायावती ने आकाश आनंद को अपरिपक्व बताते हुए उत्तराधिकारी मानने से इनकार कर दिया था, लेकिन बाद में जून 2024 में उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया था। हाल ही में, 15 फरवरी को मायावती ने आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ को भी पार्टी से बाहर कर दिया था। अब उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि उनके जीवनकाल में कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा।
मायावती का पुराना बयान
मायावती ने पहले अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था कि बसपा को स्वार्थ और पारिवारिक रिश्तों से ऊपर रखते हुए केवल बहुजन हित के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कांशीराम ने अपना जीवन पार्टी और आंदोलन के लिए समर्पित कर दिया था, उसी तरह वे भी अंतिम सांस तक संघर्ष करती रहेंगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बसपा का नेतृत्व वही करेगा, जो पूरी निष्ठा के साथ पार्टी के सिद्धांतों के लिए कार्य करेगा।
मायावती के इस फैसले को बसपा के अंदर बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है।
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