रिपोर्टर: प्रशांत जोशी, कांकेर
24 जुलाई 2025
कांकेर जिले में सुरक्षा बलों के सामने 1 कमांडर सहित कुल 13 सक्रिय नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया, जो रावघाट, परतापुर एरिया कमेटी और माड़ डिवीजन में सक्रिय थे। इन सभी पर कुल ₹62 लाख का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति से प्रेरित हो कर हुआ, जिसमें प्रत्येक आत्मसमर्पित नक्सली को ₹50,000 की प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराई गई।
आत्मसमर्पण करने वालों में निम्न नाम शामिल हैं:
मंगलू, मेनू, नरेश, कारू, मांडवी, शीला, समिला, भानुराम, सुकारो, सोमारी, राजू, सुकदु, और असनु।
प्रशासन की योजना और पुनर्वास नीति ने नक्सलियों को हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में लौटने का अवसर प्रदान किया। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को मौके पर ही ₹50,000 नकद सहायता के रूप में प्रदान किए गए।
यह आत्मसमर्पण प्रवृत्ति इससे पहले भी अन्य जिलों में देखने को मिली है—जैसे बीजापुर में हाल ही में 13 नक्सलियों ने ₹23 लाख के ईनाम के बावजूद आत्मसमर्पण किया था, जहां उन्हें भी ₹50,000 की राशि दी गई थी।
सरकार की निशानदेही पर आधारित “हथियार लाओ, इनाम पाओ” नीति का भी सकारात्मक असर दिख रहा है—जिसमें AK-47 हथियार के लिए ₹4 लाख और पिस्टल के लिए ₹30 हजार दिए जा रहे हैं।
कांकेर में 13 नक्सलियों का आत्मसमर्पण सुरक्षा बलों और प्रशासनिक प्रयासों तथा राज्य सरकार की सुविधा-और-प्रोत्साहन योजना की सफलता का पुरजोर उदाहरण है। इस कदम से स्थानीय स्तर पर व्यापक शांति की उम्मीद जग रही है।