भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में शानदार नतीजे पेश किए हैं। कंपनी का शुद्ध लाभ (Net Profit) पिछले साल की तुलना में 38% बढ़कर ₹19,013 करोड़ हो गया है। इस शानदार प्रदर्शन के चलते कंपनी ने अपने शेयरधारकों को ₹12 प्रति शेयर का अंतिम डिविडेंड और पॉलिसीधारकों को ₹56,190 करोड़ का बोनस देने की घोषणा की है।
🔍 मुख्य बिंदु (Q4 FY25)
विवरण | आंकड़ा |
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शुद्ध लाभ (Net Profit) | ₹19,013 करोड़ (38% की बढ़त) |
कुल आय (Total Income) | ₹2.41 लाख करोड़ (YoY गिरावट) |
अंतिम डिविडेंड | ₹12 प्रति शेयर |
पॉलिसी बोनस | ₹56,190.24 करोड़ |
नया व्यापार मूल्य (VNB) | ₹10,011 करोड़ (4.47% की वृद्धि) |
VNB मार्जिन (नेट) | 17.6% (+80 bps YoY) |
नॉन-पार्टिसिपेटिंग APE शेयर | 27.69% (937 bps की बढ़त) |
नॉन-पार APE ग्रोथ | ₹10,581 करोड़ (50.28% वृद्धि) |
कॉरपोरेट बॉन्ड निवेश | ₹80,000 करोड़ (FY25 में) |
🧾 LIC का मुनाफा क्यों बढ़ा?
LIC की कमाई में यह जबरदस्त उछाल कई कारणों से आया है:
- उच्च प्रॉफिट मार्जिन वाले प्रोडक्ट्स (Non-Participating Plans) की बिक्री में तेज़ बढ़त।
- निवेश रणनीति में बदलाव, खासकर कॉरपोरेट बॉन्ड में बढ़ी हिस्सेदारी।
- डिजिटल चैनलों के माध्यम से बेहतर ग्राहक पहुँच और संचालन लागत में नियंत्रण।
हालांकि, कंपनी की कुल आय ₹2.41 लाख करोड़ रही जो पिछले साल की ₹2.50 लाख करोड़ से थोड़ी कम है, लेकिन ऑपरेटिंग स्तर पर प्रदर्शन काफी मजबूत रहा।
💸 डिविडेंड और पॉलिसीधारकों को बोनस
LIC ने FY25 की चौथी तिमाही के लिए:
- शेयरधारकों को ₹12 प्रति शेयर का अंतिम डिविडेंड देने का निर्णय लिया है।
- वहीं, पॉलिसीधारकों को ₹56,190.24 करोड़ का बोनस घोषित किया गया है, जो LIC की विश्वसनीयता और लाभप्रदता का संकेत है।
यह बोनस पारंपरिक पॉलिसियों में शामिल पॉलिसीधारकों को वितरित किया जाएगा।
📊 Value of New Business (VNB) और मार्जिन में सुधार
Value of New Business (VNB) वह मूल्य है जो किसी बीमा कंपनी को नए व्यापार से भविष्य में होने वाली कमाई से मिलता है। इसमें LIC ने:
- 4.47% की वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि, यानी ₹10,011 करोड़ का VNB हासिल किया।
- साथ ही, VNB मार्जिन 80 बेसिस पॉइंट बढ़कर 17.6% हो गया।
यह दिखाता है कि LIC अब ज्यादा मुनाफे वाले प्रोडक्ट्स बेच रही है, खासकर Non-Par (नॉन-पार्टिसिपेटिंग) सेगमेंट में।
📈 नॉन-पार्टिसिपेटिंग प्लान्स की मांग में ज़बरदस्त वृद्धि
- Non-Par Annualized Premium Equivalent (APE) की हिस्सेदारी इंडिविजुअल बिजनेस में बढ़कर 27.69% हो गई, जो पिछले साल की तुलना में 937 बेसिस पॉइंट्स की छलांग है।
- इस कैटेगरी में कुल प्रीमियम ₹10,581 करोड़ रहा, जो 50.28% की सालाना वृद्धि है।
Non-Par प्लान्स बीमा कंपनियों को ज्यादा मार्जिन देते हैं क्योंकि इनमें बोनस का भुगतान नहीं करना होता। LIC का इस सेगमेंट की तरफ झुकाव लाभप्रदता को और बढ़ाएगा।
🏦 कॉरपोरेट बॉन्ड में निवेश: जोखिम के साथ स्थिरता की रणनीति
FY25 में LIC ने ₹80,000 करोड़ का निवेश कॉरपोरेट बॉन्ड्स में किया है। कंपनी ने संकेत दिया है कि बाज़ार की स्थिति और बॉन्ड की गुणवत्ता को देखते हुए वह इस निवेश को और बढ़ा सकती है।
क्यों है यह निवेश महत्वपूर्ण?
- कॉरपोरेट सेक्टर को पूंजी मिलती है।
- LIC को स्थिर और अपेक्षाकृत सुरक्षित रिटर्न मिलते हैं।
- देश की आर्थिक गतिविधियों में योगदान बढ़ता है।
🧠 निवेशक और पॉलिसीधारकों के लिए इसका क्या मतलब है?
📌 निवेशकों के लिए:
- बेहतर लाभप्रदता और मार्जिन।
- भरोसेमंद डिविडेंड रिटर्न।
- लंबी अवधि में वैल्यू ग्रोथ की संभावना।
📌 पॉलिसीधारकों के लिए:
- बड़ा बोनस वितरण।
- मजबूत फंड मैनेजमेंट और सुरक्षा।
- पारदर्शिता और दीर्घकालिक भरोसा।
✍️ निष्कर्ष: LIC का प्रदर्शन है भरोसे की गारंटी
FY25 की चौथी तिमाही में LIC ने यह साबित किया है कि वह न केवल भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है, बल्कि विश्वसनीय, मुनाफे वाली और ग्राहक केंद्रित संस्था भी है।
- मुनाफा और मार्जिन दोनों में सुधार
- निवेशकों के लिए रिटर्न
- पॉलिसीधारकों के लिए बोनस
- और अर्थव्यवस्था के लिए स्थिरता
यह सब मिलकर LIC को एक दीर्घकालिक निवेश और बीमा सुरक्षा का आदर्श विकल्प बनाते हैं।