कन्नड़ मनोरंजन जगत में शोक की लहर है क्योंकि राकेश पूजारी, मशहूर कॉमेडियन और कॉमेडी खिलाड़ीगलु सीजन 3 के विजेता, का 12 मई, 2025 को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। यह अचानक खबर सुनकर फैंस, सह-कलाकार और कॉमेडी समुदाय स्तब्ध है।
पूजारी, जिन्हें अपने हास्य अभिनय और संघर्षों से जीतने की कहानी के लिए जाना जाता था, ने कड़ी मेहनत से सफलता हासिल की थी। उनका यह असमय चले जाना सभी के लिए दुखद है।
राकेश पूजारी का सफर: संघर्ष से स्टारडम तक
शुरुआती जीवन और मुश्किलें
राकेश पूजारी का जीवन हिम्मत और लगन की मिसाल था। आर्थिक तंगी और रिजेक्शन के बावजूद, उन्होंने कभी हार नहीं मानी और लोगों को हंसाने का अपना सपना पूरा किया।
‘कॉमेडी खिलाड़ीगलु’ से ब्रेकथ्रू
उन्हें असली पहचान जी कन्नड़ के शो कॉमेडी खिलाड़ीगलु से मिली, जहाँ उनके कॉमिक टाइमिंग ने सबका दिल जीत लिया:
- सीजन 2 में रनर-अप (2018)
- सीजन 3 के विजेता (बाद के वर्षों में)
इस शो ने उन्हें “विश्वरूप” का खिताब दिलाया, जो उनके बहुमुखी अभिनय का प्रतीक था।
थिएटर और टीवी में योगदान
टीवी पर आने से पहले, पूजारी चैतन्य कलाविदारु नाटक मंडली के सक्रिय कलाकार थे। उन्होंने यह भी काम किया:
- तुलु रियलिटी शो कडले बजिल (2014)
- कई कन्नड़ फिल्में और धारावाहिक
राकेश पूजारी की मृत्यु का कारण क्या था?
अभिनेता को अचानक दिल का दौरा पड़ा, जैसा कि उनके करीबी दोस्त और सह-कलाकार शिवराज केआर पेटे ने पुष्टि की। उनका यह अचानक चले जाना सभी के लिए सदमे जैसा है।
श्रद्धांजलियों का तांता
- साथी कॉमेडियन और कलाकारों ने सोशल मीडिया पर दुख जताया।
- फैंस उन्हें उनकी सकारात्मक ऊर्जा और सरलता के लिए याद कर रहे हैं।

राकेश पूजारी की विरासत
राकेश पूजारी का सफर संघर्ष, हिम्मत और जीत की कहानी थी। उन्होंने साबित किया कि हंसी से दर्द को हराया जा सकता है।
उनके जीवन से सीख
✔ कभी हार न मानें – असफलताओं के बावजूद, उन्होंने सपने पूरे किए।
✔ हास्य का महत्व – उन्होंने दिखाया कि मुश्किलों में भी हंसा जा सकता है।
✔ जमीन से जुड़े रहें – फेम के बाद भी वह अपनी जड़ों से जुड़े रहे।
आखिरी विदाई
राकेश पूजारी के जाने से कन्नड़ कॉमेडी में एक खालीपन आ गया है। लेकिन उनका काम और वह खुशी जो उन्होंने लाखों को दी, हमेशा याद रहेगी।
शांति से विश्राम करो, हास्य के महानायक।