रांची, 29 जुलाई 2025 | झारखंड में निवेश और सहयोग की संभावनाओं को लेकर मंगलवार को मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी और अमेरिकी काउंसलेट जेनरल कैली जाइल डियाज के बीच विस्तृत चर्चा हुई। इस बैठक में खनन, पर्यटन, कृषि, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण और श्रम शक्ति जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर सहयोग और निवेश के अवसर तलाशे गए।
उच्च शिक्षा और महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर
मुख्य सचिव अलका तिवारी ने बैठक में कहा कि झारखंड में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं।
- उन्होंने राज्य के प्राकृतिक संसाधनों और श्रम शक्ति की विशेषताओं पर प्रकाश डाला।
- बताया कि कैसे राज्य सरकार की योजनाओं से स्थानीय श्रम शक्ति को हुनरमंद बनाया जा रहा है।
- उन्होंने मईयां सम्मान योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना से महिलाओं का आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण हुआ है तथा पलायन पर रोक लगी है।
- उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अमेरिकी विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी की संभावनाओं पर भी चर्चा की गई।
खनन और उद्योग में बड़े अवसर
खान सचिव राहुल कुमार सिन्हा ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को बताया कि
- कोयला और अन्य खनिजों के खनन में संयुक्त उपक्रम (ज्वाइंट वेंचर) की बड़ी संभावनाएं हैं।
- खनन उपकरण कारखानों की स्थापना में भी निवेश की संभावनाएं हैं।
- उन्होंने लिथियम, ग्रेफाइट और टाइटेनियम के प्रसंस्करण में भी आपसी सहयोग से आगे बढ़ने की बात कही।
पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन
टास्क फोर्स-सस्टेनेबल जस्ट ट्रांजिशन के चेयरमैन एके रस्तोगी ने बताया कि झारखंड भारत का ऐसा राज्य है जहां 33 प्रतिशत क्षेत्र वन क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
- उन्होंने कार्बन क्रेडिट के क्षेत्र में आपसी सहयोग की संभावना पर प्रकाश डाला।
- साथ ही झारखंड के पर्यटन स्थलों का उल्लेख करते हुए बताया कि इस क्षेत्र में भी निवेश और सहयोग के बड़े अवसर हैं।
कृषि क्षेत्र भी निवेश के लिए आकर्षक
बैठक में बताया गया कि झारखंड की लगभग 70 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है। इस कारण कृषि क्षेत्र में भी सहयोग और निवेश की अपार संभावनाएं मौजूद हैं।
अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की प्रतिक्रिया
अमेरिकी काउंसलेट जेनरल कैली जाइल डियाज ने कहा कि अमेरिका झारखंड में सहयोग और निवेश के लिए उत्सुक है और चर्चा किए गए क्षेत्रों में आगे बढ़ने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
बैठक में मुख्य सचिव अलका तिवारी के अलावा खान सचिव राहुल कुमार सिन्हा, एके रस्तोगी और अमेरिकी काउंसलेट जेनरल की सहयोगी संगीता डे चंदा भी उपस्थित रहीं।