भोपाल : बजरिया क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां दामाद ने अपने 70 वर्षीय ससुर पर चाकू से हमला कर उनकी जान ले ली। 10 नवंबर को हुए हमले के बाद घायल हवालदार का इलाज चल रहा था, लेकिन गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात को उन्होंने दम तोड़ दिया।
बेटी को पीटने से रोकना पड़ा महंगा
नसीर हुसैन, जो एसएएफ में हेड कॉन्स्टेबल के पद से रिटायर्ड थे, अपनी बेटी को दामाद द्वारा की जा रही मारपीट से दुखी थे। वह अपनी बेटी को ससुराल से वापस अपने घर ले आए थे। 10 नवंबर की रात आरोपी परवेज खान अपनी पत्नी को लेने आया तो नसीर ने उसे दोबारा मारपीट न करने की सलाह दी। इसी बात पर परवेज गुस्से में बेकाबू हो गया और ससुर के पेट में चाकू घोंप दिया।
हमले के बाद गिरफ्तार, अब हत्या की धारा जुड़ेगी
घटना के तुरंत बाद पुलिस ने परवेज खान को गिरफ्तार कर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया था। लेकिन नसीर हुसैन की मौत के बाद अब इस केस में हत्या की धारा जोड़ी जा रही है।
शादी के बाद से दामाद कर रहा था प्रताड़ित
थाना प्रभारी शिल्पा कौरव के अनुसार, महिला की शादी करीब चार साल पहले हुई थी। शादी के बाद से ही पति का व्यवहार हिंसक था, जिसके चलते वह कई बार मायके में रहने लगी थी।
14 दिन इलाज के बाद जीवन की जंग हारी
हमले के बाद नसीर को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 14 दिनों तक इलाज चलने के बाद उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
यह घटना परिवारिक विवाद की गंभीरता और घरेलू हिंसा के खतरनाक स्तर को दर्शाती है। पुलिस अब आरोपी की सख्त गिरफ्तारी और केस को आगे बढ़ाने की तैयारी में है।





