Report: Arvind Chouhan
Gwalior news: शहर के हजीरा थाना क्षेत्र अंतर्गत इंद्रा नगर में शुक्रवार देर रात एक बेहद हृदयविदारक घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। यहां 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला बेनी बाई पत्नी श्याम सिंह की उनके ही कमरे में आग लगने से दर्दनाक मौत हो गई। हादसा इतना भयावह था कि जब तक परिजन और पड़ोसी कुछ कर पाते, तब तक बुजुर्ग महिला पूरी तरह जल चुकी थीं और उनका शव कंकालनुमा स्थिति में बदल गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बेनी बाई रोज की तरह अपने कमरे में सो रही थीं। ठंड से बचने के लिए उनके बिस्तर के पास हीटर जल रहा था। रात करीब 11 बजे अचानक कमरे से धुआं और आग की लपटें उठने लगीं। यह दृश्य सबसे पहले उनके बेटे डालचंद ने देखा। आग देखकर वह जोर-जोर से चिल्लाए और घर के अन्य सदस्यों को बुलाया। शोर सुनकर आसपास के पड़ोसी भी मौके पर पहुंच गए।
परिजनों और पड़ोसियों ने तत्काल कमरे का दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था और आग की वजह से इतना गर्म हो चुका था कि उसे छूना भी मुश्किल हो रहा था। इसके बावजूद सभी ने मिलकर दरवाजा तोड़ने और आग बुझाने का प्रयास किया। इसी बीच पुलिस को भी घटना की सूचना दी गई। जब तक दरवाजा तोड़ा गया और आग पर किसी तरह काबू पाया गया, तब तक बेनी बाई की मौत हो चुकी थी।
घटना की सूचना मिलते ही हजीरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालात का जायजा लिया। कमरे के अंदर का दृश्य बेहद भयावह था। बुजुर्ग महिला का शव पूरी तरह जल चुका था और आसपास जला हुआ सामान बिखरा पड़ा था। पुलिस को मौके से जला हुआ हीटर, उसका तार और प्लग मिले, जो पूरी तरह पिघले और झुलसे हुए थे। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि हीटर से निकली चिंगारी या शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी, जिसने देखते ही देखते पूरे कमरे को अपनी चपेट में ले लिया।
पुलिस का कहना है कि बुजुर्ग महिला रोजाना हीटर जलाकर उसके पास ही सोती थीं। संभव है कि रजाई या बिस्तर का कोई हिस्सा हीटर के संपर्क में आ गया हो, जिससे आग भड़क उठी। हालांकि, वास्तविक कारणों का खुलासा जांच पूरी होने के बाद ही हो सकेगा। फिलहाल मर्ग कायम कर लिया गया है और घर के सदस्यों से पूछताछ की जा रही है।
इस घटना के बाद एक और मार्मिक दृश्य सामने आया। जब पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए उठाने की तैयारी की तो आसपास मौजूद लोग आगे आने से हिचकिचाने लगे। महिला का शरीर इतनी बुरी तरह जल चुका था कि कोई भी उसे उठाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। अंततः रात गश्त पर मौजूद पुलिसकर्मी, मौके पर पहुंचे अधिकारी और मृतका के बेटे डालचंद ने मिलकर शव को उठाया और पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।
परिवार के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि बेनी बाई के दो बेटे थे। बड़ा बेटा संन्यास ले चुका है, जबकि छोटा बेटा डालचंद अपनी पत्नी कस्तूरी और बेटे कबीर के साथ उसी घर में रहता है। बेनी बाई भी इन्हीं के साथ रह रही थीं। बेटे डालचंद ने बताया कि जैसे ही आग की लपटें दिखीं, वे मां को बचाने के लिए दौड़े, लेकिन हालात इतने खराब थे कि कुछ कर पाना संभव नहीं हो सका।
हजीरा थाना पुलिस के सब इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया कि 90 वर्षीय महिला की आग में जलकर मौत हुई है। मामले की जांच की जा रही है कि आग किन परिस्थितियों में लगी। यह एक हादसा है या किसी अन्य कारण से आग भड़की, इसकी पुष्टि जांच के बाद ही की जा सकेगी।
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर सर्दियों में हीटर के उपयोग को लेकर सतर्कता की जरूरत को उजागर कर दिया है। थोड़ी सी लापरवाही भी जानलेवा साबित हो सकती है, खासकर बुजुर्गों के मामले में।





