BY: MOHIT JAIN
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में 23 वर्षीय दलित एमबीबीएस छात्रा के साथ हुई दरिंदगी ने पूरे देश को झकझोर दिया। पीड़िता के पिता ने ओडिशा सरकार से गुहार लगाई कि उनकी बेटी को भुवनेश्वर शिफ्ट किया जाए, क्योंकि उन्हें पश्चिम बंगाल में जान का खतरा है। पिता ने कहा, “मैं डर के कारण छुपा हुआ हूं, मेरी पत्नी अस्पताल में बेटी के पास है और हमें यहां किसी पर भरोसा नहीं।”
घटना का विवरण और पुलिस कार्रवाई

अधिकारियों के अनुसार, शुक्रवार रात लगभग 8 बजे छात्रा अपने एक साथी के साथ कॉलेज कैंपस से बाहर गई थी। तभी तीन लोगों ने उसका अपहरण कर जंगल में ले जाकर गैंगरेप किया। पिता का आरोप है कि उसका साथी मौके से भाग गया और किसी को सूचना नहीं दी।
पश्चिम बंगाल पुलिस ने 36 घंटे के अंदर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ओडिशा प्रशासन की चार सदस्यीय टीम अस्पताल पहुंची और पीड़िता की स्थिति का जायजा लिया। एडीएम हेमंत सिंह ने परिवार को भरोसा दिलाया कि उन्हें न्याय मिलेगा।
पिता ने सीएम ममता के बयान पर जताया विरोध
सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि “लड़कियों को रात में बाहर नहीं जाना चाहिए।” इस पर पीड़िता के पिता ने विरोध जताया और कहा, “यह पूरी तरह झूठ है। मेरी बेटी रात 8 बजे बाहर गई थी, घटना को दबाने की कोशिश की जा रही है।”
बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी ने भी ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है और महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है।