शनिवार सुबह जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में भूकंप के झटकों से लोग दहशत में आ गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.1 मापी गई। हालांकि राहत की बात ये रही कि अब तक कहीं से भी जान या माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है।
भूकंप का केंद्र और गहराई
- भूकंप का केंद्र धरती के भीतर 5 किलोमीटर की गहराई में था।
- इसका भौगोलिक स्थान 33 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 76.14 डिग्री पूर्वी देशांतर पर दर्ज किया गया।
हिमाचल के धर्मशाला तक पहुंचे झटके
इस भूकंप के झटके केवल जम्मू-कश्मीर तक सीमित नहीं रहे। पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में भी हल्की कंपकंपी महसूस की गई। लोगों ने सोशल मीडिया पर झटकों की जानकारी साझा की और प्रशासन ने स्थिति पर नजर बनाए रखी है।
कोई नुकसान नहीं, लेकिन सतर्कता जरूरी
अब तक:
- कोई जान-माल का नुकसान दर्ज नहीं हुआ है।
- स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग सतर्क हैं।
- नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे अफवाहों से दूर रहें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
भूकंप क्यों आते हैं?
भूकंप धरती की टेक्टोनिक प्लेट्स के खिसकने से आता है। भारत, खासकर हिमालयी क्षेत्र, भूकंप संभावित ज़ोन में आता है जहां हल्के से लेकर तेज़ झटकों का आना सामान्य बात है।
जम्मू-कश्मीर और हिमाचल जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में इस तरह के भूकंप सामान्य भूगर्भीय गतिविधियों का हिस्सा हैं। हालांकि इस बार किसी नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन भविष्य की आपात स्थितियों से निपटने के लिए सतर्कता और जागरूकता बेहद ज़रूरी है।