संवाददाता: अविनाश चंद्र
कोयलांचल नगरी चिरमिरी में महिलाओं की मेहनत का नया अध्याय
एमसीबी, छत्तीसगढ़: महिला सशक्तिकरण का असली उदाहरण देखना हो तो छत्तीसगढ़ के एमसीबी जिले के कोयलांचल नगरी चिरमिरी ओपन कास्ट माइंस में देखा जा सकता है। यहां महिलाएं बड़ी-बड़ी मशीनों का संचालन कर रही हैं और कोयले का उत्खनन कर रही हैं। यह दृश्य नारी शक्ति की वास्तविक पहचान को दर्शाता है, जहां महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कठिनतम कार्यों को अंजाम दे रही हैं।

बड़ी मशीनों को चलाने में माहिर महिलाएं
चिरमिरी की कोयला खदानों में महिलाएं अब न केवल खदानों में काम कर रही हैं, बल्कि वे भारी-भरकम मशीनों को भी कुशलता से चला रही हैं। साबल मशीन ऑपरेटर हेमलता और सबिता सिंह जैसी महिलाएं अपने कार्य के प्रति समर्पित हैं और अपनी मेहनत से यह साबित कर रही हैं कि नारी किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं है।
प्रबंधन भी कर रहा प्रोत्साहित
एसईसीएल चिरमिरी प्रबंधन महिलाओं के इस उत्साह और मेहनत को देखते हुए उन्हें समय-समय पर पुरस्कृत करता रहता है। यह न केवल महिलाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाता है, बल्कि अन्य महिलाओं को भी इस क्षेत्र में आगे आने के लिए प्रेरित करता है।
नारी सशक्तिकरण का जीवंत उदाहरण
चिरमिरी की खदानों में काम कर रही महिलाएं सिर्फ मशीनें नहीं चला रही हैं, बल्कि वे बारूद लगाने जैसे जोखिमभरे कार्यों में भी शामिल हैं। यह दृश्य हर उस सोच को चुनौती देता है जो यह मानता है कि महिलाएं सिर्फ कुछ विशेष क्षेत्रों में ही कार्य कर सकती हैं।
स्वदेश न्यूज़ का सलाम
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर स्वदेश न्यूज़ इन मेहनतकश महिलाओं के जज्बे को सलाम करता है। ये महिलाएं देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं और अपनी मेहनत से समाज में महिला सशक्तिकरण का संदेश फैला रही हैं।
हेमलता (साबल मशीन ऑपरेटर): “हमें गर्व है कि हम इस चुनौतीपूर्ण काम को कर पा रहे हैं और यह दिखा पा रहे हैं कि महिलाएं हर क्षेत्र में सक्षम हैं।”
सबिता सिंह (साबल मशीन ऑपरेटर): “पहले सोचा नहीं था कि हम इतनी बड़ी मशीन चला पाएंगे, लेकिन आज हम इसे कुशलता से चला रहे हैं और यह हमारे आत्मविश्वास को बढ़ा रहा है।”
संतोष कुमार (मैनेजर, चिरमिरी ओपन कास्ट माइंस): “हमारी महिला कर्मचारियों का जोश और मेहनत काबिले तारीफ है। वे हर कार्य को पूरी निष्ठा से कर रही हैं, जिससे अन्य महिलाओं को भी प्रेरणा मिलेगी।”