महादेव सट्टा एप्प छत्तीसगढ़ में लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। कई बड़े नामों का अबतक खुलासा हो चुका है, साथ ही गिरफ्तारियों का सिलसिला भी जारी है। हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने बड़ा एक्शन लिया है। शनिवार को ईडी ने शेयर ब्रोकर गौरव कुमार केडिया को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया । सुनवाई के बाद कोर्ट ने आरोपी गौरव को 5 दिन की कस्टोडियल रिमांड पर ईडी को सौंप दिया । ईडी ने शेयर ब्रोकर को कोलकाता से गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के मुताबिक गौरव केडिया महादेव सट्टा एप मामले में जेल में बंद नितिन टिबरेवाल समेत आनलाइन बैंटिग एप से जुड़े लोगों के लिए शेयर खरीदता बेचता था। साथ ही सट्टे आने वाली ब्लैक मनी को शेयर ट्रेड़िग कर वाइट मनी बदलने काम करता था। केंद्रीय एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत महादेव सट्टा मामले में 387.99 करोड़ रूपए की संपत्ति कुर्क की है। ईडी ने पांच दिसंबर को यह संपत्ति कुर्क की थी। अटैच की गई संपत्ति में मॉरीशस की कंपनी तानो इन्वेस्टमेंट ऑपर्च्युनिटीज फंड की चल संपत्ति भी शामिल हैं। इसे एफपीआई और एफडीआई के माध्यम से हरि शंकर टिबरेवाल में निवेश किया गया था।
संपत्तियां होंगी कुर्क
ईडी ने छत्तीसगढ़, मुंबई और मध्यप्रदेश में स्थित अचल संपत्ति को भी अटैच किया। एजेंसी के मुताबिक यह सभी संपत्तियां कई सट्टेबाज़ी एप्प और वेबसाइट के प्रमोटरों, पैनल ऑपरेटरों और सहयोगियों की है।
ऑनलाइन सट्टेबाज़ी के लिए बनाया गया है एप्प
ईडी का जांच में अबतक पता चला है कि, महादेव ऑनलाइन बेटिंग एप्प एक सिडिंकेट के तौर पर काम करता है। इसमें व्यक्ति अपना पंजीकरण करता है। इसके बाद उसका यूज़र आईडी बनता है। एप्प के पास बैनामी बैंक खाता का एक जटिल नेटवर्क है। इसके माध्यम से वह मनी लॉन्ड्रिंग को अंजाम देता है। जांच में यह भी पता चला है कि यह एप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से सट्टेबाजी को बढ़ावा देता है।
11 लोगों की हो चुकी गिरफ्तारी
महादेव सट्टा मामले में ईडी ने अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा रायपुर की विशेष पीएमएलए अदालत में चार अभियोजन शिकायतें भी दाखिल की हैं। इससे पहले केंद्रीय एजेंसी ने 142.86 करोड़ रुपये की संपत्तियों को कुर्क करने का आदेश दिया था। पिछले साल प्रवर्तन निदेशालय ने महादेव सट्टा मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क के खिलाफ छापा मारा था। इस दौरान 5.39 करोड़ रुपये की नकदी और 15.59 करोड़ रुपये का बैंक बैलेंस मिला था। ईडी कई दिग्गज लोगों और फिल्म जगत की हस्तियों से भी पूछताछ कर चुकी है। इन हस्तियों से पूछताछ सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म से जुड़े होने की वजह से की गई। एप्प के मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ आरोप पत्र भी दाखिल किए गए हैं।