BY: Yoganand Shrivastva
भोपाल के खेजड़ा बरामद क्षेत्र में शनिवार को जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो अवैध कॉलोनियों पर शिकंजा कसा। इस अभियान के दौरान भारी मशीनों की मदद से अवैध रूप से बनाई गई पक्की सड़कें और बाउंड्रीवालें ध्वस्त कर दी गईं। कार्रवाई खुद गोविंदपुरा एसडीएम रवीशकुमार श्रीवास्तव की निगरानी में की गई।
2 करोड़ की सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया गया
एसडीएम श्रीवास्तव के अनुसार, ग्राम खेजड़ा बरामद की 3.46 एकड़ शासकीय भूमि में से करीब 0.40 एकड़ जमीन पर पक्की सड़क और बाउंड्रीवॉल बनाकर अवैध कब्जा कर लिया गया था। यह जमीन करीब 2 करोड़ रुपये मूल्य की थी। मौके पर टीम ने बुलडोजर की मदद से अवैध निर्माण तोड़ा और सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया।
10.50 करोड़ की निजी जमीन पर बिना अनुमति के कॉलोनी
सरकारी भूमि के बगल में स्थित 2.81 एकड़ निजी जमीन पर राहुल पाल और रोहित मीणा नामक व्यक्तियों द्वारा बिना किसी वैध अनुमति के ‘श्री श्याम सिटी’ नामक कॉलोनी विकसित की जा रही थी। कॉलोनी में छोटे-छोटे प्लॉट काटकर पक्की सड़कें और बाउंड्रीवॉल बना दी गई थीं। एसडीएम की निगरानी में पूरी कॉलोनी पर कार्रवाई की गई और अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिया गया। जमीन का सरकारी मूल्य करीब 10.50 करोड़ रुपये बताया गया है।
मुस्कान सिटी पर भी चला प्रशासन का हथौड़ा
कार्रवाई सिर्फ ‘श्री श्याम सिटी’ तक सीमित नहीं रही। खसरा क्रमांक 279/3/1 पर स्थित 1 एकड़ निजी भूमि पर भी ‘मुस्कान सिटी’ के नाम से अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही थी। सचिन ठाकुर द्वारा इस जमीन पर बिना अनुमति प्लॉटिंग और सड़क निर्माण किया गया था। प्रशासन ने यहां भी जेसीबी की मदद से सड़कें तोड़ीं और प्लॉटों की मार्किंग नष्ट कर दी। इस भूमि की सरकारी कीमत लगभग 2.56 करोड़ रुपये आंकी गई है।
कार्रवाई के मुख्य बिंदु
- 3 अवैध कॉलोनियों पर बड़ी कार्रवाई
- कुल 14 करोड़ से अधिक मूल्य की भूमि पर कब्जा हटाया गया
- बिना अनुमति की प्लॉटिंग और सड़कें तोड़ी गईं
- बाउंड्रीवॉल को भी ध्वस्त किया गया
- प्रशासन की निगरानी में पूरी कार्रवाई
एसडीएम का बयान: ‘कोई भी अवैध कॉलोनी नहीं चलेगी’
कार्रवाई के दौरान एसडीएम रवीशकुमार श्रीवास्तव ने स्पष्ट कहा कि,
“जिन लोगों ने बिना अनुमति कॉलोनी काटकर भोले-भाले लोगों से जमीनें बेचीं हैं, उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। भोपाल में किसी भी अवैध कॉलोनी को पनपने नहीं दिया जाएगा।”
स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया
कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर जमा हो गए। कई लोगों ने प्रशासन के कदम की सराहना की, तो कुछ ने कहा कि,
“हमसे प्लॉट खरीदते समय कहा गया था कि यह ज़मीन कानूनी रूप से वैध है, लेकिन अब सब कुछ टूट गया।”
यह साफ है कि बिचौलियों द्वारा भोले-भाले लोगों को गुमराह कर अवैध कॉलोनियों में निवेश करवाया जा रहा था।
क्या आगे और भी कार्रवाई होगी?
सूत्रों के अनुसार, प्रशासन ने अब अन्य विकासशील अवैध कॉलोनियों की सूची बनाना शुरू कर दिया है। जिन कॉलोनियों के पास नगर निगम या टीएनसीपी की स्वीकृति नहीं है, उन पर भी जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। आने वाले दिनों में भोपाल के अन्य इलाकों में भी बुलडोजर की गूंज सुनाई दे सकती है।