अफरा-तफरी का माहौल
भिलाई।
भिलाई नगर निगम ने रविवार सुबह एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सीवरेज लाइन के ऊपर बने अवैध मकानों को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी। यह अभियान गौतम नगर, खुर्सीपार वार्ड क्रमांक 42 में अतिक्रमण हटाने को लेकर चलाया जा रहा है। निगम की इस कार्रवाई से इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया है।
सुबह 8 बजे निगम की टीम पूरी तैयारी के साथ मौके पर पहुंची। उनके साथ तहसीलदार और भारी पुलिस बल भी मौजूद रहा। जैसे ही निगम का बुलडोजर मकानों की ओर बढ़ा, लोगों ने विरोध शुरू कर दिया, लेकिन पुलिस की मौजूदगी में कोई बड़ा हंगामा नहीं हो सका।
60 घरों को तोड़ने की कार्रवाई से हुई शुरुआत
प्रारंभिक चरण में निगम की टीम ने मेन सीवरेज लाइन पर बने 60 घरों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की है। यह कार्रवाई खुर्सीपार जोन-1 में की जा रही है। इसके बाद जोन-2 में लगभग 80 और जोन-3 में 70-80 घरों को गिराया जाएगा। कुल मिलाकर, निगम की योजना 200 से अधिक अतिक्रमण मकानों को हटाने की है।
वार्ड पार्षद का बयान
वार्ड पार्षद विनोद सिंह ने बताया कि इस इलाके में नाले और मेन सीवरेज लाइन के ऊपर करीब 250 घर अवैध रूप से बना दिए गए हैं। निगम ने इन मकानों के मालिकों को 10 से अधिक बार नोटिस दिया था, बावजूद इसके किसी ने अतिक्रमण खाली नहीं किया। उन्होंने कहा कि मेन सीवरेज लाइन को दोनों ओर से 5-5 फीट तक खाली किया जाएगा, जिससे नाले की मरम्मत और सीवरेज लाइन का निर्माण कार्य पूरा किया जा सके।
पार्षद ने यह भी कहा कि यदि यह सीवरेज लाइन बन जाती है तो खुर्सीपार क्षेत्र की सीवरेज समस्या अगले 50 वर्षों के लिए समाप्त हो जाएगी।
निगम की सख्ती, लोगों में ग़ुस्सा
जहां निगम इस कार्रवाई को जनहित में बता रहा है, वहीं स्थानीय लोगों में नाराजगी और ग़ुस्सा है। उनका कहना है कि उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था दिए बिना बेघर किया जा रहा है। फिलहाल प्रशासन ने स्थिति पर काबू पाया हुआ है, लेकिन आगे और विरोध की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
निगम की चेतावनी
नगर निगम ने साफ कर दिया है कि भविष्य में किसी भी प्रकार का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनहित और मूलभूत सुविधाओं के लिए कठोर निर्णय लिए जाएंगे।
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